आईआईटी में पढ़ रहे मोशन एलुम्नाई ने कोटा मोशन के छात्रों को दिए सफलता के सूत्र

मोशन एजुकेशन
मोशन एजुकेशन
  • “कोटा और मोशन हमारी जड़ों में हैं, यहां आना घर लौटने जैसा है” : मोशन एजुकेशन के पूर्व छात्र

कोटा। देश के शीर्ष तकनीकी संस्थानों जैसे आईआईटी बॉम्बे, मद्रास, खड़गपुर, रुड़की, बीएचयू और हैदराबाद में अध्ययनरत मोशन एजुकेशन के 19 पूर्व छात्रों ने शुक्रवार को कोटा में वर्तमान में अध्ययनरत छात्रों को दिए सफलता के सूत्र दिये। मोशन एजुकेशन के एलुम्नाई ने प्रेरणादायक पहल करते हुए द्रोणा-2 कैम्पस में छात्रों के साथ संवाद सत्र में भाग लिया और जेईई की तैयारी में अपनी अनुभवजन्य सीख साझा की। उल्लेखनीय है कि मोशन एजुकेशन द्वारा हाल ही में जारी जेईई एडवांस्ड के उत्कृष्ट परिणामों में 6 छात्रों ने टॉप 100 रैंक, 23 छात्रों ने टॉप 500 और 47 छात्रों ने टॉप 1000 में स्थान प्राप्त किया। कुल 6,332 छात्रों में से 3,231 छात्रों ने जेईई एडवांस्ड में सफलता प्राप्त की, जो 51.02 प्रतिशन की सफलता दर है, जो कि राष्ट्रीय औसत 23.68 प्रतिशन से दोगुनी से भी अधिक है।

मोशन एजुकेशन
मोशन एजुकेशन

कार्यक्रम की शुरुआत में मोशन एजुकेशन के संस्थापक और सीईओ नितिन विजय के प्रेरक संबोधन देते हुए कहा, “यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि मोशन के ये पूर्व छात्र, जो अब देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में अध्ययनरत हैं, आज फिर से अपनी जड़ों को लौटे हैं और आने वाली पीढ़ी को मार्गदर्शन दे रहे हैं। छात्रों को सदैव जिज्ञासु बनना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा सवाल पूछना चाहिए, यही सीखने का मूल मंत्र है।” इस अवसर पर मोशन एजुकेशन के पूर्व छात्रों ने परीक्षा की रणनीति, टाइम मैनेजमेंट, मॉक टेस्ट की भूमिका, बोर्ड और जेईई के बीच संतुलन, तनाव प्रबंधन और मानसिक मजबूती जैसे अहम पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल मेहनत ही नहीं, बल्कि सही मार्गदर्शन और सकारात्मक सोच ही सफलता की कुंजी हैं। एलुम्नाई ने भावुक होकर कहा कि कोटा में उनका बिताया समय, मोशन की टेस्ट सीरीज, अनुशासित माहौल और फैकल्टी का सपोर्ट उनकी सफलता की नींव बने।

मोशन एजुकेशन
मोशन एजुकेशन

छात्रों के एक सवाल के जवाब में, ‘‘आईआईटी में जीवन कैसा होता है? एलुम्नाई ने बताया कि “आईआईटी में न केवल शिक्षा का स्तर उच्च होता है, बल्कि यहां म्यूजिक, स्पोर्ट्स, टेक्निकल क्लब और सांस्कृतिक उत्सव जैसे विविध मंच भी मिलते हैं, जो व्यक्तित्व के समग्र विकास में सहायक होते हैं।” मोशन एजुकेशन के ज्वाइंट डायरेक्टर व जेईई डिवीजन हेड रामरतन द्विवेदी ने कहा, “इस संवाद से छात्रों को न केवल परीक्षा की बेहतर समझ मिली है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और प्रेरणा का नया संचार हुआ है। यह पहल उन्हें एक्जाम ही नहीं, जीवन की चुनौतियों के लिए भी तैयार करेगी।” इस कार्यक्रम में डिप्टी डायरेक्टर एवं अकादमिक हेड, मोशन एजुकेशन, निखिल श्रीवास्तव भी शामिल हुए। कार्यक्रम के पश्चात एलुम्नाई ने अपने पुराने हॉस्टल, क्लासरूम्स और कोचिंग परिसर का दौरा किया। कोटा की गलियों से गुजरते हुए उन्होंने कहा, “कोटा और मोशन ने हमारी नींव मजबूत की है। यहां लौटना घर लौटने जैसा अहसास देता है।”