
मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर में राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘ईकोविजन 2024’ सम्पन्न
जयपुर। मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर (एमयूजे) में डीएसटी पर्स के सहयोग से 2 दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘ईकोविजन 2024’ का आयोजन किया गया। प्राकृतिक संसाधनों का नियंत्रित उपयोग एवं वेस्ट टू वेल्थ में नवाचार प्रोत्साहन विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी की अध्यक्षता मणिपाल विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट डॉ जी. के. प्रभु ने की।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि आईआईटी रुड़की के डायरेक्टर डॉ. के. के. पंत तथा विशिष्ट अतिथि पद्म भूषण डॉ. जे. बी. जोशी रहे। कार्यक्रम की कन्वेनर डॉ ललिता लेडवानी, डॉ अभिषेक शर्मा व डॉ रोहित जैन ने बताया कि डीएसटी न्यू दिल्ली की ओर से मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर को वेस्ट टू वेल्थ थीम पर डीएसटी पर्स प्रोजेक्ट मिला है, जिसके तहत यह संगोष्ठी आयोजित की गई। इस संगोष्ठी में विभिन्न संस्थाओं के लगभग 100 प्रतिभागी सम्मिलित हुए। संगोष्ठी में देश के प्रातिष्ठित वैज्ञानिकों द्वारा इकोलॉजिकल व सस्टेनेबल डेवलपमेंट थीम पर गेस्ट लेक्चर्स तथा पोस्टर प्रस्तुत किए गए।

कार्यक्रम के दौरान कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर से डायरेक्टर एजुकेशन डॉ एन के गुप्ता एवं पादप रोगव्याधि विभाग के अध्यक्ष डॉ शैलेश गोदिका भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर एवं एस के एन कृषि विश्वविद्यालय (एसकेएनएयू) जोबनेर के मध्य स्टूडेंट एक्सचेंज, कृषि अनुसंधान एवं नवाचार के लिए एक एमओयू करार भी हुआ। संगोष्ठी के दूसरे दिन एक पैनल चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विषयों के एक्सपर्ट्स एवं किसानों ने सम्मिलित रूप से सस्टेनेबल डेवलपमेंट एवं बायोचार की सहायता से आर्गेनिक फार्मिंग की तकनीक पर चर्चा की।
