एमयूजे ने आईआरएमआरए के साथ किया एमओयू

जयपुर। इंडियन रबर मैन्युफैक्चरर्स रिसर्च एसोसियेशन (आईआरएमआरए)  स्थापना दिवस और  रबर डे के अवसर पर, मणिपाल विश्वविद्यालय (एमयूजे) और आईआरएमआरए के मध्य आज भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत  एमओयू (मेमोरॅंडम ऑफ अंडरस्टॅंडिंग) हुआ हैं। इस एमओयू पर आईआरएमआर निदेशक, डॉ. राजकुमार कासीलिंगम और एमयूजे रजिस्ट्रार, प्रो. डॉ. एच.आर. कामथ ने हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत दोनों संस्थाएं रबर सेक्टर में देश की भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए परस्पर सहयोग से काम करेंगी। इस अवसर पर एमयूजे प्रेसीडेंट, डॉ. जी.के. प्रभु, एमयूजे प्रो-प्रेसीडेंट, प्रो.एन.एन. शर्मा, डॉ. लकी विजयवर्गीय और डॉ. कुलवंत सिंह भी उपस्थित थे।

इस एमओयू के तहत शामिल प्रमुख क्षेत्र हैं  – टेस्टिंग फेसिलिटीज का उपयोग, कोलेबोरेटेड रिसर्च, फंडिंग एजेंसियों को रिसर्च प्रपोजल प्रस्तुत करना और साथ ही साथ एमयूजे एवं आईआरएमआरए शोधकर्ताओं, सदस्यों एवं हितधारकों के मध्य ज्ञान का आदान-प्रदान करने के लिए संयुक्त प्रशिक्षण अथवा कार्यशाला का आयोजन करना। इसी तरह, जोइंट पेपर पब्लिकेशन, पेटेंट और अन्य कार्य जो दोनों संस्थानों के लिए लाभदायक हो, इसके माध्यम से किये जायेंगे।

उल्लेखनीय है  कि एमयूजे और आईआरएमआरए की ओर से उद्योग की भागीदारी में सर्क्युलर इकोनोमी के एक भाग के तहत टायर वेस्ट वेलोराइजेशन के क्षेत्र में अनुसंधान गतिविधियों की शुरुआत भी की गई है।