
विटामिन और खनिजों से भरपूर, सरसों के बीज भारतीय और अमेरिकी व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाली सबसे लोकप्रिय सामग्री है। सबसे पहे यूरोप में उपयोग किए जाने वाले सरसों के छोटे गोल दाने धीरे-धीरे उत्तरी अफ्रीका और फिर एशिया के कई क्षेत्रों में लोकप्रिय हुए। सरसों की इसी लोकप्रियता के चलते हर साल अगस्त के पहले शनिवार को राष्ट्रीय सरसों दिवस मनाया जाता है। विभिन्न रंगों में उपलब्ध, सरसों के बीजों के ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ हैं और यह दशकों से औषधि के रूप में भी इस्तेमाल की जा रही है। ऐसे में नेशनल मस्टर्ड डे के मौके पर आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे कारण, जो आपको बताते हैं कि आपको अपनी डाइट में सरसों क्यों शामिल करना चाहिए।
कैंसर से बचाए

सरसों के बीज ग्लूकोसाइनोलेट्स और मायरोसिनेस जैसे कंपाउंड से भरे होते हैं, जो शरीर में कैंसर पैदा करने वाले सेल्स के विकास को रोकते हैं। जर्नल ह्यूमन एंड एक्सपेरिमेंटल टॉक्सिकोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, इन छोटे बीजों में कीमोप्रिवेंटिव क्षमता होती है और वे कार्सिनोजेन्स के प्रभाव से रक्षा कर सकते हैं।
सिरदर्द और माइग्रेन में फायदेमंद
अगर आप सिरदर्द और माइग्रेन से पीडि़त है, तो सरसों के बीज इसके लिए प्रभावी साबित होंगे। यह बीज मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो हमारे नर्वस सिस्टम को आराम देते हैं और हमारे शरीर के विभिन्न हिस्सों को दर्द और तनाव से राहत दिलाते हैं।
पाचन तंत्र बनाए दुरुस्त
सरसों के बीज आपके पाचन तंत्र के लिए भी बहुत अच्छे होते हैं। अगर आप अपच की समस्या से परेशान हैं, तो सरसों के बीज इससे छुटकारा पाने में मदद कर सकते हैं। यह बीज फाइबर से भरपूर होते हैं, जो मल त्याग को आसान बनाने में मदद करते हैं और शरीर की पाचन शक्ति को बढ़ाते हैं।
दिल को बनाए स्वस्थ

सरसों का तेल आमतौर पर हर भारतीय घर में इस्तेमाल किया जाता है और यह दिल से जुड़ी समस्याओं से पीडि़त लोगों के लिए काफी फायदेमंद है। यह आपके कोलेस्ट्रॉल स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है और खून में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, जो आपके दिल की सेहत के लिए आवश्यक है।
हड्डियों और दांतों को बनाए मजबूत
सरसों के बीज आपकी हड्डियों के लिए भी अच्छे होते हैं, क्योंकि इनमें सेलेनियम नामक मिनरल होता है, जो आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है। यह आपके नाखूनों, बालों और दांतों को मजबूत बनाने में भी मददगार है। सरसों के बीज में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मसूड़ों, हड्डियों और दांतों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
एजिंग रोकने में मददगार
हर किसी की बढ़ती उम्र में भी जवां दिखने की चाहत होती है। हालांकि, बुढ़ापा कभी रोका नहीं जा सकता है, लेकिन आप इसमें देरी कर सकते हैं। दरअसल, अपने आहार में सरसों को शामिल करके इसमें देरी कर सकते हैं। सरसों के बीज विटामिन ए, के और सी से भरपूर होते हैं, जो किसी व्यक्ति में उम्र बढऩे के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
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