- मुथूट पाप्पचन ग्रुप की सस्ता आवासन इकाई ने राजस्थान के उदयपुर, सीकर, राजसमन्द और चित्तौडगढ में 4 नयी शाखाएं खोलीं हैं
- राजस्थान में इस वित्त वर्ष में 50.60 करोड़ ऋण वितरित करने का लक्ष्य
- इस राज्य में वित्त वर्ष 20-21 के आते-आते एमएचएफसीएल को कार्यालयों के संख्या दोगुनी होने की उम्मीद
जयपुर
भारत में सबसे बडी एनबीएफसी में एक, मुथूट फिनकॉर्प लिमिटेड की अनुशंगी कंपनी और मुथूट पाप्पचन ग्रुप (मुथूट ब्लू के नाम से भी प्रचलित) के हिस्से के रूप में सस्ता आवास वित्तीयन कंपनी, मुथूट हाउसिंग फाइनेंस कंपनी लिमिटेड (एमएचएफसीएल) ने आज राजस्थान में अपनी मौजूदगी मजबूत करने की जानकारी दी। कंपनी ने राजस्थान के चार शहरों – उदयपुर, सीकर, राजसमन्द और चित्तौडगढ में 4 नयी शाखाओं का शुभारम्भ किया है। एमएचएफसीएल असंगठित क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्लूएस) और निम्न आय समूह (एलआईजी) के लोगों को सस्ते ऋण मुहैया करने के सिद्धांत पर कारोबार करती है। एमएचएफसीएल इन नयी शाखाओं में बिल्डरों से घर खरीदने, पुराने घर खरीदने, खुद घर बनवाने, बने-बनाए घर का विस्तार करने, घर में सुधार करने और अचल संपत्ति खरीदने के लिए गृह ऋण प्रदान करेगी। एमएचएफसीएल ने राजस्थान में अपने कारोबार की शुरुआत वर्ष 2014 में जयपुर में पहली शाखा खोल कर की थी। अब इन नयी चार शाखाओं के खुलने के बाद इस राज्य में कंपनी की कुल 10 शाखाएं हो गयीं हैं। इसके अलावा, राजस्थान में एमएचएफसीएल के आउटलेट के 30 किलोमीटर के दायरे में मुथूट फिनकॉर्प लिमिटेड के 30 आउटलेट्स हैं जो लीड्स के लिए सोर्सिंग का काम करते हैं । कंपनी ने आम आदमी के अपना घर होने के सपने को साकार करने के लक्ष्य के साथ यह विस्तार किया है। कंपनी उत्तरी भारत में वित्त वर्ष 20-21 के आते-आते अपनी शाखाओं की मौजूदा संख्या दोगुनी करने के लिए विस्तार पर फोकस जारी रखेगी। एमएचएफसीएल के लिए यह राज्य सबसे बढिया प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों में से एक रहा है। कंपनी अपना ऋण वितरण इस वित्त वर्ष की शुरुआत के 57 करोड़ से बढाकर 100 करोड़ तक पहुंचाने के इरादे से काम कर रही है। कंपनी का उद्देश्य वित्त वर्ष 20-21 के आते-आते उत्तरी भारत का अंशदान बढाकर 20′ तक ले जाना है और इसका अधिकाँश राजस्थान से आने की उम्मीद है। मुथूट हाउसिंग फाइनेंस कंपनी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री पवन के. गुप्ता ने कहा कि, बढती हुयी वाणिज्यिक गतिविधि और खरीदारों के उत्साह के कारण राजस्थान में सस्ते आवासन की माँग काफी बढी है । इस राज्य में अपनी मौजूदगी मजबूत करके हम निम्न आय समूहों के लोगों के लिए उनके मालिकाना घर की दिशा में योगदान करना चाहते हैं। टेक्नोलॉजी के सहारे हम ऋण स्वीकृत करने की प्रक्रिया को तेज करेंगे। हमारे प्रस्ताव हमारे ग्रुप के मूलमन्त्र मानवीय आकांक्षा का सशक्तीकरण (एम्पाउअरिंग ह्यूमन एम्बिशन) से अनुरूप हैं और हमारा लक्ष्य आम आदमी का अपना घर होने का सपना पूरा करने के लिए उन्हें सस्ते दर पर ऋण उपलब्ध कराना है। उन्होंने आगे क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम (सीएलएसएस) के बारे में कहा कि, भारत सरकार ने वर्ष 2022 के आते-आते हाउसिंग फॉर आल का लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रधान मंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत सीएलएसएस आरम्भ किया है। इस योजना के तहत सस्ते घर के ग्राहक 2.67 लाख तक की ब्याज राहत का लाभ उठा सकते हैं। एमएचएफसीएल की टीम अपने सभी संभावित ग्राहकों को सीएलएसएस के बारे में बताती है, ताकि वे इस लाभ का प्रयोग कर सकें। कंपनी अपने इस प्रयास से ग्राहकों को सीएलएसएस सब्सिडी का लाभ पहुंचाने में भारी सफलता हासिल की है। आज तक, एमएचएफसीएल ने राजस्थान में 1600 से अधिक परिवारों को 35 करोड़ रुपये तक की सीएलएसएस सब्सिडी का लाभ पहुंचाया है । आज की तारीख तक एमएचएफसीएल द्वारा सीएलएसएस के अंतर्गत 229 मामले बुक किये गए हैं, जिनकी कुल राशि 18.20 करोड़ रुपये है । 83 ग्राहकों को 1.76 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा चुकी है और बाकी के मामले प्रक्रिया में हैं। 4 नयी शाखाओं के खुलने से हमें अनेकानेक योग्य ग्राहकों तक सब्सिडी का लाभ पहुंचाने की आशा है। एमएचएफसीएल की स्थापना वर्ष 2012 में की गयी थी। यह कंपनी निम्न आय वर्ग के लोगों की आवासन वित्तीयन जरूरतों को पूरा करती है, जिन्हें सामान्य बैंकिंग चैनलों से आम तौर पर सेवा नहीं मिलती है। वर्तमान में देश के 10 राज्यों और 1 संघ शासित क्षेत्र में 71 स्थानों पर इस कंपनी की उपस्थिति है। यह आम आदमी को आकर्षक शर्तों पर गृह ऋण उपलब्ध कराने पर काफी फोकस करती है।