
म्यांमार की सेना ने देश के पूर्वी हिस्से में और हवाई हमले किए हैं। इससे पहले भी इसी तरह की कार्रवाई की वजह से कारेन जाति के हजारों लोगों को थाईलैंड भागना पड़ा था।
थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा कि जो ग्रामीण गत सप्ताहांत हवाई हमले की वजह से भाग कर आए थे, वे स्वयं लौटे हैं। उन्होंने थाईलैंड के सुरक्षाबलों द्वारा म्यांमार से भाग कर आए लोगों को जबरन वापस भेजने से इनकार किया। इस बीच, पूर्वी क्षेत्र में स्थिति और खतरनाक होती जा रही है।

कारेन जाति का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्य राजनीतिक निकाय कारेन नेशनल यूनियन (केएनयू) ने दावा किया कि म्यांमा की सेना ने संघर्ष विराम समझौते को तोड़कर हाल में हवाई हमला किया और उसे इसका जवाब देना होगा।
यह हवाई हमला एक फरवरी को तख्ता पलट के बाद हो रहे हिंसक प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में हुआ है। वहीं मंगलवार को अमेरिका ने अपने गैर जरूरी राजनयिकों और उनके परिवारों को म्यांमा को छोडऩे का आदेश दिया।
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