हिमाचल में फिर बरपा कुदरत का कहर: किन्नौर में बादल फटा, शिमला में ज़मीन दरकी

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  • किन्नौर में बादल फटने से भारी तबाही, खेत-बाग उजड़े
  • शिमला में भूस्खलन से स्कूल बंद, इमारतों पर खतरा
  • राज्य में 552 सड़कें बंद, 4,749 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान

Himachal Prdesh Flood: हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर बारिश ने तबाही मचा दी है। इस बार किन्नौर और शिमला सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। गुरुवार देर रात किन्नौर के थाच गांव के ऊपर कंडे में बादल फटा, जिससे चार नालों में अचानक पानी बढ़ गया और गांव में अफरा-तफरी मच गई। खेतों और बागीचों को भारी नुकसान हुआ। कई ग्रामीण जान बचाने के लिए जंगलों की ओर भागे।

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प्रशासन के अनुसार, इस घटना में दो गाड़ियां बह गईं और कई घर खतरे की जद में आ गए हैं। थाच गांव में कुछ मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं शिमला के प्रसिद्ध सेंट एडवर्ड स्कूल के सामने हिमलैंड क्षेत्र में भूस्खलन हुआ, जिसके कारण स्कूल को 19 और 20 सितंबर तक बंद कर दिया गया है। आसपास की बहुमंजिला इमारतें भी खतरे में हैं।

राज्य के आपातकालीन परिचालन केंद्र ने जानकारी दी है कि 552 सड़कें बंद हैं, जिनमें तीन नेशनल हाईवे शामिल हैं। अकेले कुल्लू जिले में 202 सड़कें प्रभावित हैं, जबकि मंडी, शिमला और कांगड़ा में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। बिजली और पानी की सप्लाई भी प्रभावित है, मंडी जिले में 68 ट्रांसफार्मर और 126 जल योजनाएं ठप हैं।

मौसम विभाग ने राज्य के 11 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। 20 और 21 सितंबर को बारिश जारी रहने की संभावना है, जबकि 22 और 23 को मौसम साफ होने के आसार हैं। बीते 24 घंटों में नैना देवी में 158 मिमी, नाहन में 38 मिमी और चंबा के चुआड़ी में 37 मिमी बारिश दर्ज की गई।