निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त मंत्री ने न्यायपूर्ण, समतामूलक और सतत प्रशासन के लिए खासी मूल्यों को बताया मार्गदर्शक
शिलॉन्ग: मेघालय के विकास यात्रा में आज एक ऐतिहासिक क्षण आया जब केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट अफ़ेयर्स मंत्री, निर्मला सीतारमण ने ₹1,087.81 करोड़ की लागत से राज्य में कई परिवर्तनकारी परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम लारिटी – इंटरनेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स एंड कल्चर में आयोजित एकीकृत सार्वजनिक कार्यक्रम के अंतर्गत हुआ।
इस अवसर पर अपने संबोधन में, निर्मला सीतारमण ने मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा के नेतृत्व में मेघालय की निरंतर प्रगति और दूरदर्शिता की सराहना की। उन्होंने बताया कि राज्य पूंजी निवेश हेतु विशेष सहायता (SASCI) के अंतर्गत मेघालय को अब तक कुल ₹5,400 करोड़ आवंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि राज्य सरकार ने इस राशि का उपयोग पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण में प्रभावी ढंग से किया है। मैं सार्वजनिक रूप से मेघालय सरकार के प्रयासों की सराहना करती हूँ – यहाँ इस राशि का पूर्ण रूप से उपयोग हुआ है, जबकि कुछ राज्य अपने हिस्से को पूरी तरह नहीं उपयोग कर पाए हैं।”
केंद्र सरकार के निरंतर समर्थन को दर्शाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र को सशक्त, सक्रिय, सक्षम और समावेशी विकास के क्षेत्र के रूप में देखती है। उन्होंने बताया कि 2014 से अब तक मेघालय में 540 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण हुआ है, और ऑप्टिकल फाइबर कवरेज में पाँच गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना, स्वच्छ भारत मिशन आदि योजनाओं में राज्य के प्रदर्शन की भी सराहना की।
उन्होंने दोहराया कि,”2021 से अब तक मेघालय को कुल ₹5,400 करोड़ प्रदान किए गए हैं” और उन्होंने इस राशि के प्रभावी उपयोग पर संतोष जताया।
मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने केंद्र सरकार के निरंतर सहयोग के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा, ” वित्त मंत्री की यह यात्रा केवल आधिकारिक कार्यक्रमों के लिए नहीं, बल्कि राज्य के नागरिकों से सीधे जुड़ने, उनकी समस्याओं को समझने और आगे की दिशा में मार्गदर्शन देने के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने सरकार के “उद्देश्य-आधारित, लक्ष्य-आधारित और परिणाम-आधारित शासन मॉडल” की बात करते हुए कहा कि मेघालय का लक्ष्य है कि 2032 तक भारत के टॉप-10 राज्यों में शामिल हो। उन्होंने कहा कि राज्य 10 बिलियन यूएस डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है और पिछले सात वर्षों में निरंतर व व्यवस्थित प्रगति से मेघालय अब लगभग 6 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन चुका है, और इसका विकास दर 15 प्रतिशत के करीब है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य ने एक्सटर्नली एडेड प्रोजेक्ट्स (EAPs) के माध्यम से विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया है, जो छोटे राज्यों के लिए फंडिंग का प्रमुख स्रोत हैं। इन पहलों के अंतर्गत अब तक कुल ₹12,000 करोड़ के करीब फंडिंग प्राप्त हुई है।
इस अवसर पर PRIME Impact Report, “Meghalaya on the Move – 7 वर्षों की उपलब्धियाँ” भी जारी की गई, जिसमें राज्य के शासन, नवाचार और उद्यम के क्षेत्र में उपलब्धियों को दर्शाया गया।
आज मेघालय में शुरू की गईं प्रमुख परियोजनाएँ:
• दूरदराज़ क्षेत्रों में 75 डिजिटल पुस्तकालय (₹162 करोड़, SASCI): स्टेट रूरल एम्प्लॉयमेंट सोसाइटी द्वारा संचालित, यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में 750 डिजिटल लाइब्रेरीज़ स्थापित करेगी, जिससे युवाओं को नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी से जोड़ा जाएगा और पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।
• उमियम झील का पुनर्विकास (₹120.81 करोड़, SASCI): एक प्रमुख पर्यटन परियोजना जिसके तहत उमियम झील को एक विश्व स्तरीय ईको-टूरिज्म केंद्र में बदला जाएगा। यह हर वर्ष 1.27 लाख से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा और लगभग 4,000 नौकरियाँ उत्पन्न करेगा।
• मौखानु में MICE और पर्यटन अधोसंरचना (₹103 करोड़, SASCI): 106 एकड़ में फैली यह परियोजना मेघालयन एक्सपीरियंस थीम पार्क, ओपन-एयर एम्फीथिएटर और फेस्टिवल ज़ोन जैसी सुविधाओं से युक्त होगी।
• मौखानु फुटबॉल स्टेडियम (₹732 करोड़, प्रस्तावित SASCI): नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी की साझेदारी में एक आधुनिक स्टेडियम और रेसिडेंशियल फुटबॉल अकादमी। यह मेघालय की “फुटबॉल कैपिटल ऑफ इंडिया” की पहचान को और मजबूत करता है।
• वर्किंग विमेन्स हॉस्टल्स (₹132 करोड़, SASCI): शिलॉन्ग (400 बेड), जोवाई, बर्नीहाट और तुरा (प्रत्येक में 200 बेड) में सुरक्षित और किफायती आवास की व्यवस्था।
• CBIC ऑफिस-कम-रेज़िडेंशियल कॉम्प्लेक्स, न्यू शिलॉन्ग (₹256.23 करोड़): एक आधुनिकीकृत सुविधा जो मेघालय में CBIC के प्रशासनिक कार्यों को और सशक्त बनाएगी।
• इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स का नॉर्थईस्ट रीजनल कैंपस, मौखानु (₹100.95 करोड़, प्रधानमंत्री DevINE योजना): कॉर्पोरेट गवर्नेंस, इकोनॉमिक रिसर्च और क्षमता निर्माण के लिए एक अग्रणी संस्थान। विशेष बात यह है कि यह पहली बार है जब IICA का कोई केंद्र दिल्ली से बाहर खुल रहा है।
इस कार्यक्रम के दौरान चेक वितरण समारोह भी हुआ, जिसमें पीएम मुद्रा, पीएम स्वनिधि, पीएमईजीपी और एनपीएस वत्सल्या योजनाओं के लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए। वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री ने कृषि, बेकरी, प्रिंटिंग व स्टेशनरी, कैफे, होमस्टे आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमियों को चेक प्रदान किए।
मेघालय के ऑर्गेनिक खेती क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए, सीतारमण ने IFAD समर्थित मेघा-LAMP पहल के तहत 2 मीट्रिक टन प्रीमियम ऑर्गेनिक अनानास की पहली खेप दुबई स्थित LULU रिटेल के लिए रवाना की। यह खेप री-भोई ज़िले के जिरांग ऑर्गेनिक्स फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के किसानों द्वारा तैयार की गई है, जो मेघालय के वैश्विक हॉर्टिकल्चर वैल्यू चेन में उभरते योगदान को दर्शाता है।
इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों में शामिल थे –
मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, उपमुख्यमंत्री स्नियाभालांग धर, राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्रीगण, दीप्ति गौर मुखर्जी, आईएएस, सचिव, कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय, संजय कुमार अग्रवाल, चेयरपर्सन, CBIC, डोनाल्ड फिलिप्स वाहलांग, आईएएस, मुख्य सचिव,भारत सरकार और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, तथा अन्य गणमान्य अतिथि।