नई दिल्ली/जयपुर। राजस्थान विधानसभा में जबरन धर्मांतरण रोकने संबंधी विधेयक पारित होने पर चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने इसे ऐतिहासिक और दूरगामी प्रभाव वाला कदम बताया। उन्होंने राज्य सरकार को बधाई देते हुए कहा कि यह कानून समाज के कमजोर तबकों के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगा।
धर्मांतरण पर सख्त रोक
सांसद जोशी ने कहा कि इस बिल से जबरन, छल, प्रलोभन, विवाह अथवा अन्य किसी भी माध्यम से किए जाने वाले अवैध धर्मांतरण पर रोक लगेगी। उन्होंने विशेष रूप से मेवाड़ क्षेत्र के आदिवासी इलाकों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पिछले वर्षों में धर्मांतरण की घटनाओं ने समाज में असंतोष और चिंता बढ़ाई थी।
कठोर दंड और सजा का प्रावधान
सीपी जोशी ने बताया कि विधेयक में कठोर प्रावधान शामिल हैं – धर्मांतरण कराने वालों पर भारी जुर्माना और सख्त सजा होगी। नाबालिग, महिला, दिव्यांग तथा एससी/एसटी वर्ग को निशाना बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। सामूहिक धर्मांतरण या विदेशी/अवैध संस्थाओं से धन लेकर किए जाने वाले धर्मांतरण पर भी कठोर दंड तय किया
गया है।
सामाजिक समरसता की ओर कदम
सांसद ने विश्वास जताया कि इस कानून से राज्य में सामाजिक समरसता और सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह कानून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” के मंत्र को साकार करने में सहायक होगा।