नई दिल्ली/जयपुर। झालावाड़ जिले के पीपलोदी क्षेत्र में हुए विद्यालय भवन हादसे पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए राठौड़ ने कहा कि यह एक अत्यंत पीड़ादायक घटना है और पूरा भाजपा परिवार शोकसंतप्त परिजनों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इस कठिन समय में हर संभव संबल और सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार दुखी परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। राहत और पुनर्वास कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि इस हादसे की तत्काल जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें सीईओ, जिला परिषद झालावाड़, एसडीएम मनोहरथाना और अधीक्षण अभियंता झालावाड़ को शामिल किया गया हैं। जांच समिति शीघ्र ही दुर्घटना के कारणों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही सभी जिलों और विद्यालयों को भवनों की स्थिति को लेकर अलर्ट जारी किया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सभी जर्जर भवनों को चिह्नित कर सुरक्षित रूप से ध्वस्त करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, इसके लिए भी स्थानीय निकायों को पत्र जारी किए गए है।
झालावाड़ के पीपलोदी में विद्यालय की छत गिरने की दुखद घटना अत्यंत पीड़ादायक और हृदय को व्यथित करने वाली है।
ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति दें।
ॐ शांति।#Jhalawar
— Madan Rathore (@madanrrathore) July 25, 2025
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि “इस दुखद समय में राजनीति करना निंदनीय है। हम सबको राजनीति से ऊपर उठकर पीड़ितों की सहायता के लिए कार्य करना चाहिए। जो लोग आज बयानबाजी कर रहे हैं, उन्हें यह याद रखना चाहिए कि वे स्वयं कभी शिक्षा मंत्री रहे हैं।” डोटासरा को ध्यान रखना चाहिए कि यह भवन काफी पुराना बना हुआ है, लेकिन यह समय राजनीति का नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही भाजपा कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों में सक्रिय सहयोग किया।
चिकित्सा व्यवस्था पर राठौड़ ने बताया कि सरकार ने विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भेज दी है और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए पाबंद किया गया है। उन्होंने बताया कि हमने पहले भी समय-समय पर अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। कुछ अधिकारियों की लापरवाही सामने आने पर निलंबन की कार्रवाई भी की गई है। यह घटना अत्यंत दुखद है और हमने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, जिसका दुख हम सबके मन में है।”