नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा लगाए गए “वोट चोरी” के आरोपों के बाद, इंडी गठबंधन के नेता सोमवार को संसद भवन से चुनाव आयोग कार्यालय तक मार्च निकालेंगे। इस मार्च का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की मांग उठाना है।
सूत्रों के मुताबिक, 11 अगस्त को होने वाले इस मार्च की अगुवाई राहुल गांधी और इंडी गठबंधन के शीर्ष नेता करेंगे। सभी विपक्षी सांसद संसद भवन परिसर से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित चुनाव आयोग कार्यालय तक पैदल मार्च निकालेंगे। विपक्षी दलों ने पहले ही चुनाव आयोग से मुलाकात के लिए समय मांगा है।
यह कदम तब उठाया गया है, जब 7 अगस्त को राहुल गांधी सहित अन्य विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर मिलकर “वोट चोरी” करने का गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया था कि उनके पास ऐसे आंकड़े हैं, जो चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी को साबित करते हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि इस कथित मिलीभगत ने मतदाताओं के विश्वास को ठेस पहुँचाई है और लोकतंत्र की नींव को कमजोर किया है। वे मानते हैं कि जब तक चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित नहीं होती, तब तक जनता का भरोसा बहाल नहीं हो सकता।
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