नई दिल्ली/जयपुर। आयकर विभाग ने फर्जी डोनेशन और टैक्स छूट घोटाले के मामले में देशभर में 150 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है। इस जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि दो राजनीतिक दल – मध्यप्रदेश की ‘भारतीय सामाजिक पार्टी’ और महाराष्ट्र की ‘युवा भारत आत्मनिर्भर दल’ – इस घोटाले में संलिप्त पाए गए हैं।
सीबीडीटी (CBDT) के निर्देश पर हुई इस कार्रवाई में राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में इन दलों से जुड़े 10 ठिकानों पर छापे मारे गए, जिनमें राजस्थान के भीलवाड़ा में भी एक बड़ी छापेमारी शामिल है। जांच में सामने आया है कि इन दलों ने पिछले तीन वर्षों में लगभग 500 करोड़ रुपये का बोगस चंदा दिखाया, जो वास्तव में नकद में वापस लौटा दिया गया था। इसके बदले में दलों को कमीशन मिला।
सूत्रों के अनुसार, इन डोनेशनों के बदले फर्जी रसीदें और दस्तावेज तैयार किए गए और राजनीतिक गतिविधियों के नाम पर मिली धनराशि का कोई पारदर्शी उपयोग नहीं हुआ। यह पूरा सिस्टम टैक्स छूट के दुरुपयोग और कर चोरी की संगठित साजिश के रूप में सामने आया है।
छापों के दौरान आयकर विभाग ने डिजिटल डिवाइस, बैंक स्टेटमेंट, और कई संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए हैं। विभाग अब उन करदाताओं की जांच कर रहा है जिन्होंने झूठे डोनेशन दिखाकर टैक्स छूट ली। साथ ही, कई सीए, टैक्स सलाहकार और बिचौलियों की भूमिका की भी जांच हो रही है।
यह मामला एक बार फिर राजनीतिक दलों की चंदा व्यवस्था और फंडिंग की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है।
यह भी पढ़े :तेलुगु स्टार रवि तेजा के पिता भूपतिराजू राजगोपाल राजू का निधन, फिल्म इंडस्ट्री में शोक