- राजनाथ सिंह ने किया ट्वीट – 1965 युद्ध की हीरक जयंती पर शौर्य गाथा को किया याद
- वीरता को दी श्रद्धांजलि – असल उत्तर, चाविंडा और फिलोरा की लड़ाई का किया ज़िक्र
- पाकिस्तान को करारा जवाब – भारतीय सैनिकों ने संप्रभुता की रक्षा में दिखाई अटूट निष्ठा
Rajnath Singh Pays Tribute : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट कर 1965 के युद्ध की हीरक जयंती पर शहीदों और सैनिकों को नमन किया। उन्होंने कहा कि यह अवसर हमें भारतीय सशस्त्र बलों की उस अदम्य वीरता और बलिदान की याद दिलाता है, जिसे देश कभी भुला नहीं सकता।
उन्होंने अपने संदेश में 1965 के युद्ध की अहम लड़ाइयों—असल उत्तर, चाविंडा और फिलोरा का विशेष उल्लेख किया। राजनाथ सिंह ने कहा कि यह वे क्षण थे, जब भारतीय जवानों ने कठिन हालात के बावजूद दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
पाकिस्तान की रणनीति पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि दुश्मन को यह भ्रम था कि घुसपैठ, गुरिल्ला हमलों और अचानक किए गए आक्रमणों से भारत डर जाएगा। लेकिन उसे यह नहीं पता था कि हर भारतीय सैनिक मातृभूमि की रक्षा के लिए संकल्पित है और देश की संप्रभुता व अखंडता से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता।
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राजनाथ सिंह ने कहा कि 1965 का युद्ध भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति और अदम्य साहस का प्रतीक है। आज देश उसी जज़्बे के साथ सैनिकों को याद करता है और उनके बलिदान को नमन करता है।