नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे नदी के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। गुरुवार को सुबह 10 बजे यमुना का जलस्तर 207.47 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान (205.33 मीटर) से दो मीटर से भी ज्यादा ऊपर है।
हरियाणा के हथिनीकुंड बांध से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह 1,33,995 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, हालांकि दोपहर 12 बजे इसमें मामूली गिरावट देखी गई।
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है
यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने नदी किनारे के इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि सरकार ने सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहे हैं।
यातायात पर असर, मेट्रो स्टेशन का संपर्क मार्ग बंद
यमुना में बढ़ते पानी का असर शहर के यातायात पर भी पड़ा है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने सूचित किया है कि यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन तक जाने वाला संपर्क मार्ग बाढ़ के कारण फिलहाल बंद है। हालांकि, मेट्रो स्टेशन चालू है और इंटरचेंज सुविधा भी उपलब्ध है।
कश्मीरी गेट आईएसबीटी और उसके आसपास की सड़कों पर भी पानी भर गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है और भारी जाम की स्थिति बनी हुई है। ऑटो-रिक्शा और ई-रिक्शा चालक भी स्थिति का फायदा उठाकर मनमाने किराए वसूल रहे हैं।
यमुना किनारे रहने वाले लोगों ने अपने पशुओं को सड़क पर बांध दिया है, जिससे खजूरी से शास्त्री पार्क तक दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के नीचे भी यातायात बाधित हो रहा है। प्रशासन राहत सामग्री और टेंट पहुंचाने में जुटा हुआ है।