अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या में राम मंदिर में भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह की अध्यक्षता की। अनुष्ठान सुबह 11 बजे शुरू हुआ और लगभग 45 से 50 मिनट तक चला, जिसमें पारंपरिक वैदिक मंत्रोच्चार और अनुष्ठान शामिल थे। यह कार्यक्रम 3 जून से शुरू हुए तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह का अंतिम दिन था। आज अपना 53वां जन्मदिन मना रहे योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के भूतल पर रामलला की आरती की। मंदिर के गर्भगृह में पूजा-अर्चना करने के बाद मुख्यमंत्री राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंदिर के प्रथम तल पर पहुंचे और वहां अनुष्ठान शुरू किया।
मुख्यमंत्री ने किया दर्शन-पूजन
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या स्थित राम मंदिर में श्री राम दरबार और अन्य देव विग्रहों के प्राण—प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया और दर्शन—पूजन किया। गंगा दशहरा के अवसर पर राम मंदिर की पहली मंजिल पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के दरबार और आठ विग्रहों की प्राण—प्रतिष्ठा के अवसर पर मुख्यमंत्री ने दर्शन—पूजन कार्यक्रम में भाग लिया।
गंगा दशहरा का दिन है बेहद खास
हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक गंगा दशहरा वह दिन है जब राजा भगीरथ की तपस्या से प्रेरित होकर पवित्र नदी गंगा भगवान शिव की जटाओं से पृथ्वी पर उतरी थीं। इस दिन को बहुत शुभ माना जाता है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के न्यासी अनिल मिश्रा ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूर्वाहन 11 बजकर 25 मिनट से 11 बजकर 40 मिनट के बीच आयोजित किया गया। मुख्य राम दरबार के अलावा, राम मंदिर परिसर के भीतर आठ अन्य मंदिरों का अभिषेक भी किया गया।