नई दिल्ली। राहुल गांधी ने एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और “वोट चोरी” का मुद्दा उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसकी शुरुआत गुजरात से हुई थी और 2014 में यह राष्ट्रीय स्तर पर फैल गया।
राहुल गांधी ने यह टिप्पणी कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की, जहां उन्होंने कहा कि इस तरह की “वोट चोरी” ने लोकतंत्र को कमज़ोर किया है। उन्होंने दावा किया कि 2014 के बाद से कई चुनावों में EVM में गड़बड़ी करके वोटों को चुराया गया है, जिससे सत्ताधारी पार्टी को फायदा हुआ।
40-50 साल सत्ता में बने रहने की बातें – भविष्यवाणी नहीं, वोट चोरी की अकड़ थी। pic.twitter.com/sMcXTYrS6j
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2025
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल लंबे समय से EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते रहे हैं। उनका तर्क है कि इन मशीनों के साथ छेड़छाड़ करना संभव है, और इसलिए वे बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करते रहे हैं।
दूसरी ओर, भारतीय चुनाव आयोग (ECI) लगातार यह कहता आया है कि EVM पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इनके साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं है। चुनाव आयोग ने EVM की कार्यप्रणाली को समझाने के लिए कई बार सार्वजनिक प्रदर्शन भी किए हैं।