डीके शिवकुमार ने मुस्लिम आरक्षण पर ऐसा क्या कहा, राज्यसभा में भिड़ गए खरगे-रिजिजू

मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे

नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में सोमवार में खूब हंगामा देखा गया है। मुस्लिम आरक्षण को लेकर कांग्रेस नेता और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बयान पर बीजेपी खूब आगबबूला है। उन्होंने राज्य के सरकारी ठेकों में मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए संविधान संशोधन की तरफ इशारा किया था। इसे लेकर BJP ने डीके शिवकुमार पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस मुस्लिम आरक्षण के लिए संविधान बदलना चाहती है। इससे पहले राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सुबह 11 बजे सभी दलों के फ्लोर लीडर्स की एक बैठक बुलाई थी।

इस बैठक बुलाने का मकसद सत्र के सुचारू संचालन पर विचार-विमर्श करना था। संसद का यह सत्र सप्ताहांत (शनि-रविवार) की छुट्टियों के बाद फिर से शुरू हो रहा है, जिसमें कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा होने की संभावना है। राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने भी डीके शिवकुमार के मुस्लिम आरक्षण पर दिए बयान को लेकर कांग्रेस पर जबरदस्त हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि जो कांग्रेस पार्टी संविधान की बहुत बड़ी रक्षक बनती है, इस तरह से संविधान की धज्जियां उड़ाने का प्रयास कर रही। संविधान में डॉक्टर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने स्पष्ट किया है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। यह संविधान का एक स्वीकार्य सिद्धांत हैं, लेकिन कर्नाटक में कॉन्ट्रैक्ट में 4 प्रतिशत रिजर्वेशन द‍िया जाता है।’

डीके शिवकुमार के बयान पर राज्यसभा में भिड़ गए खरगे और रिजिजू

मुस्लिम आरक्षण को लेकर कर्नाटक के डीके शिवकुमार के दिए बयान पर राज्यसभा में संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच गर्मागर्म बहस देखने को मिली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एनडीए सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कोई संविधान नहीं बदल सकता, कोई आरक्षण खत्म नहीं कर सकता। ये (NDA सांसदों की ओर इशारा करते हुए) भारत को तोड़ने का काम कर रहे हैं।’ वहीं केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि, ‘मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उठाकर कांग्रेस ने बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान की गरिमा को धूमिल किया है। अगर हिम्मत है तो आज ही डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार से इस्तीफा मांगें।’