नीट-यूजी विवाद: धर्मेंद्र प्रधान ने माना कुछ अनियमितताएं सामने आईं

धर्मेंद्र प्रधान
धर्मेंद्र प्रधान

प्रधान ने कहा: अगर नीट यूजी परीक्षा में अधिकारी भी दोषी हुए तो कठोर कार्रवाई होगी

नई दिल्ली। नीट यूजी परीक्षा और रिजल्ट में हुई धांधली के बाद से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) विवादों में घिरा हुआ है। जहां एक तरफ कई छात्र इसको लेकर कोर्ट में पहुंचे हैं वहीं देश भर में एनटीए के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। विद्यार्थी नीट यूजी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा परीक्षा में हुई धांधली की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की जा रही है। इन सब के बीच बिहार के पटना-नालंदा और गुजरात के गोधरा से नीट पेपर लीक होने के संकेत मिले हैं।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 1,563 अभ्यर्थियों की पुन: परीक्षा होगी

बिहार के पटना-नालंदा और गुजरात के गोधरा से नीट पेपर लीक होने के संकेत मिलने पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नीट परीक्षा को लेकर कुछ अनियमितताएं सामने आई हैं। प्रधान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की संस्तुति पर 1,563 अभ्यर्थियों की पुन: परीक्षा का आदेश दिया गया है। दो स्थानों पर कुछ अनियमितताएं सामने आई हैं। हालांकि पहले प्रधान ने पेपर लीक की बात को सिरे से खारिज कर दिया था।

सरकार भी इस बारे में चिंतित: धर्मेंद्र प्रधान

शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि मैं विद्यार्थियों और अभिभावकों को आश्वस्त करता हूं कि सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। एनटीए के बड़े अधिकारी भी दोषी पाए गए तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। एनटीए में बहुत सुधार की आवश्यकता है। सरकार इस बारे में चिंतित है, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलेगी। बता दें, नीट यूजी परीक्षा 5 मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिसमें करीब 24 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। इस परीक्षा का परिणाम 14 जून को घोषित किया जाना था, लेकिन इसे 10 दिन पहले यानी 4 जून को ही घोषित कर दिया गया।

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