
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार मंगलवार को गिर गई। अब यह साफ हो गया है कि देश में अगले साल फिर चुनाव होंगे। दो साल में यह चौथा मौका है जब इजराइली नई सरकार के लिए वोटिंग करने निकलेंगे। नेतन्याहू की लिकुड और रक्षा मंत्री बेनी गेंत्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी ने मई में गठबंधन सरकार बनाई थी, क्योंकि उस चुनाव में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू की सरकार पर संकट पिछले महीने ही मंडराने लगे थे। गठबंधन नेता गेंत्ज का आरोप था कि नेतन्याहू देश से ज्यादा फोकस अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से निपटने में कर रहे हैं। एक और दिक्कत यह है कि अब तक केंद्रीय बजट भी पास नहीं हो सका है। रिपोर्ट के अनुसार, अगले साल 23 मार्च को नए चुनाव कराए जा सकते हैं।

सरकार गिरने के बाद नेतन्याहू ने गठबंधन सहयोगी गेंत्ज पर निशाना साधा। कहा- ब्लू एंड व्हाइट पार्टी और उसके नेता हमारे बीच हुए समझौते से मुकर गए। कोई इजराइली नहीं चाहता कि बार-बार चुनाव हों। कोरोना की वजह से वैसे ही परेशानियां बहुत ज्यादा हैं। इकोनॉमिक चैलेंज भी हैं। लेकिन, चुनाव तो कराना ही होंगे।