कोटा थर्मल ऑपरेशन के शिफ्ट ड्यूटी रोस्टर में बदलाव नहीं – मुख्य अभियंता

मुख्य अभियंता
मुख्य अभियंता

कोटा। कोटा सुपर थर्मल पावर स्टेशन में 1240 मेगावाट क्षमता की सातों इकाइयों का नियमित संचालन नियमानुसार 24 घंटे तीन शिफ्टों में किया जा रहा है। बिजली की बढती मांग को देखते हुये कोटा थर्मल की सभी यूनिटों से पूरी क्षमता से विद्युत उत्पादन किया जा रहा है।

इस बीच, मंगलवार को उपनिदेशक (कार्मिक व प्रशासन) हेमंत मदान द्वारा रात्रि शिफ्ट का समय 9 से सुबह 7 बजे, मॉर्निंग शिफ्ट का समय प्रातः 7 से दोपहर 2 बजे और इवनिंग शिफ्ट का समय दोपहर 2 से 9 बजे करने का आदेश जारी कर तत्काल लागू करने के निर्देश दिये। भीषण गर्मी में शिफ्ट ड्यूटी रोस्टर का समय अचानक बदल देने से प्लांट ऑपरेशन में कार्यरत तकनीकी कार्मिकों व श्रमिकों में आक्रोश व्याप्त हो गया।

राजस्थान विद्युत उत्पादन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रामसिंह शेखावत व महामंत्री अरविंद आचार्य ने बताया कि थर्मल में स्थापना वर्ष 1983 से ही तीनों शिफ्ट ड्यूटी का रोस्टर लागू है, जिसमें कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। सर्दी के मौसम में नाइट शिफ्ट का समय 9 से 7 बजे तक एवं मार्निंग शिफ्ट का समय 7 से 1 बजे किया गया था, जिसकी सभी कार्मिकों ने पालना की है।

बुधवार को संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य अभियंता एके आर्य से वार्ता कर उन्हें तकनीकी कार्मिकों की परेशानियों से अवगत कराया। मार्निंग शिफ्ट 7 से 1 बजे से बढाकर 7 से 2 बजे तक कर देने से गर्मी में कार्मिकों को सुबह का भोजन दोपहर 3 बजे मिल पाता। भीषण गर्मी में भूखे पेट रहने पर वे बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। मुख्य अभियंता ने आश्वस्त किया कि प्लांट में शिफ्ट ड्यूटी रोस्टर को पूर्ववत कर दिया जायेगा।

मॉर्निंग शिफ्ट का समय 7 से 1 बजे कर दिया जायेगा। इस पर संघ के पदाधिकारियों ने मुख्य अभियंता का आभार जताया। इंटक की कोटा थर्मल इकाई के अध्यक्ष महेश डागोर एवं महामंत्री ललित कुमावत ने कहा कि शिफ्ट रोस्टर में बदलाव करने से पूर्व थर्मल कर्मचारियों की परेशानियों का भी ध्यान रखा जाना चाहिये। मुख्य अभियंता ने उनके सुझावों को ध्यान से सुना, जिसके लिये उन्हें धन्यवाद दिया।