आज का दिन हम नो स्मोकिंग डे के रूप में बनाते है। मार्च के दुसरे बुधवार को इसे मनाया जाता है ताकि हम लोगों को इसके दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक कर पाएं। धूम्रपान दिवस लोगों को बुरी आदतो से निजात दिलाने के लिए एक मुहीम की तरह काम करता है जिसे सेमिनार, अभियान और कार्यक्रम के जरियें लोगों तक पहुचायां जाता है।
इस वर्ष 10 मार्च को मनाया जाने वाला नो स्मोकिंग डे लोगों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए चलाई गयी एक पहल है जिससे लोगों को इसे छोड़ने की प्रेरणा मिलती है। इस दिन की शुरूआत 1984 में युनाइटेड किंगडम द्वारा धूमपान के कारण होने वाले स्वास्थ्य खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए की गई थी।
ग्लोबल टोबैंको सर्वे इंडिया की रिर्पोट के मुताबिक भारत में 27 करोड़ से अधिक तंबाकू के उपभोक्ता है जो कि दुनिया में दूसरा सबसे ज़्यादा उत्पादक और उपभोक्ता वाला देश है। अगर हमें खुद को सेहतमंद बनाना है तो आज के दिन अपनी तरफ़ से कदम बढ़ाना होगा और स्वास्थय की ओर जागरूक होना होगा।
ये आदते होगी लाभकारी
- खुद को इसे छोड़ने की निर्धारित तिथि तय करे और मन को मजबूत बानाए
- जब भी स्मोक करने का मन करे तो खुद को किसी और चिज़ के माध्यम से व्यस्थ रखे और स्वस्थ भोजन का सेवन करे।
- मैडिटेशन करे ताकी तनाव के दौरान आप इसका सेवन करने से बचें