
भजनलाल सरकार ने संकल्प पत्र का एक और वादा किया पूरा, निकाले आदेश
जलते दीप, जयपुर। प्रदेश की भजनलाल सरकार ने अपने संकल्प पत्र का एक और वादा पूरा करते हुए प्रदेश में रह रहे हिंदू शरणार्थियों के पढ़ने वाले बच्चों को भी छात्रवृति देने का फैसला किया है।
माध्यमिक शिक्षा राजस्थान के निदेशक आशीष मोदी ने सभी जिला कलेक्टरों को शुक्रवार को पत्र लिखकर उनके जिलों में रह रहे हिंदू शरणार्थियों और उनके बच्चों के बारे में जानकारी मांगी है। पत्र में कहा गया है कि वर्तमान भजनलाल शर्मा सरकार ने अपने संकल्प पत्र के बिंदू 13 के अनुसार, प्रदेश में रह रहे हिंदू शरणार्थी परिवारों के अध्ययनरत बच्चों को छात्रवृति देन का फैसला किया है।
यह मांगी जानकारी
पत्र में कहा गया है कि आपके जिले में रहने वाले हिंदू शरणार्थी परिवारों, जो केंद्र सरकार से शरण प्रमाण पत्र प्राप्त हैं, की जानकारी जिसमें शरणार्थी परिवार के मुखिया का नाम, पता, मोबाइल नम्बर और परिवार में अध्ययनरत संतानों की संख्या उपलब्ध कराएं। इस कार्य के लिए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी समग्र शिक्षा आपसे समन्वय स्थापित कर आपका सहयोग करेंगे।

राजस्थान में करीब 8 लाख पाकिस्तानी विस्थापित
सरकार के इस फैसले से शरणार्थी परिवारों के बच्चों की पढ़ाई निर्बाध जारी रह सकेगी। परिवार के मुखिया को भी अपने बच्चों की शिक्षा के लिए आ रही परेशानी से निजात मिलेगी। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, श्रीगंगानगर, जैसलमेर, बाड़मेर और जोधपुर जैसे शहरों में तकरीबन 8 लाख पाकिस्तानी विस्थापित बसे हुए हैं। ये लोग सन 1971 के बाद भारत आए थे। इनमें से करीब 35 हजार लोग आज भी नागरिकता से वंचित हैं। इनके पास दस्तावेजों की भी कमी है। केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में लागू किए गए नागरिकता संशोधन कानून से इनमें से करीब 40 फीसद लोगों को भारत की नागरिकता मिल जाएगी।
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