
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा स्वास्थ्य सुरक्षा और मानसिक शांति के बीच ही होनी चाहिए परीक्षा
जेईई और नीट परीक्षाओं के आयोजन को लेकर विरोध के स्वर लगातार बढ़ाते जा रहे हैं। एक तरफ से स्टूडेंट्स और पैरेंट्स परीक्षाओं को लेकर विरोध कर रहे हैं, तो वहीं अब विपक्ष- सरकार भी इस मामले में आमने- सामने आ गई है। इसी बीच अब परीक्षा को लेकर जारी विवाद ने एक और नया नये मोड़ ले लिया है। एक तरफ जहां कई राज्य परीक्षाओं के आयोजन को लेकर तैयार दिख रहे हैं, तो वहीं कुछ परीक्षाओं के आयोजन के खिलाफ है। इसी क्रम में अब उत्तर प्रदेश सरकार ने परीक्षा सहमति जताई, तो झारखंड में परीक्षा स्थगित करने की मांग की जा रही है।

केंद्र सरकार के साथ यूपी सरकार, झारखंड सरकार ने स्थगन की मांग की
उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि हम केंद्र सरकार के फैसले के पूरी तरह साथ हैं। लाखों स्टूडेंट्स के भविष्य को बर्बाद नहीं होने दे सकते हैं। परीक्षाओं का आयोजन पूरी सुरक्षा और तय नियमों के मुताबिक किया जाएगा। वहीं, दूसरी तरफ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर कहा कि परीक्षाओं का आयोजन स्वास्थ्य सुरक्षा और मानसिक शांति के बीच ही होना चाहिए। फिलहाल छात्रों में संक्रमण बढऩे की संभावना है।
जेईई मेन और नीट (यूजी) के लिए जारी एडमिट कार्ड
वहीं दूसरी तरफ, एनटीए ने जेईई मेन और नीट (यूजी) 2020 दोनो ही प्रवेश परीक्षाओं के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं, जिसमें एजेंसी द्वारा परीक्षा के लिए जरूरी निर्देशों के साथ-साथ महामारी के सम्बन्ध में आवश्यक सावधानियों और तैयारियों के लिए एसओपी भी उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ ही एजैंसी ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट nta.ac.in पर पहले ही कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए एडवाइजरी जारी की है।