ईद और रक्षाबंधन के मौके पर एनडब्ल्यूआर शुरू कर सकता है नई ट्रेनें

जयपुर। लॉकडाउन में चल रही ट्रेनों में यात्रियों की कमी से जूझ रहा रेल मंत्रालय त्योहारों के मद्देनजर कुछ विशेष मार्गों पर नई ट्रेनें शुरू कर सकता है। इन संभावित ट्रेनों की सूची तैयार की जा चुकी है, लेकिन अभी तक उन्हें अंतिम रूप नहीं दिया गया है।

रक्षाबंधन और ईद को देखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से पांच महत्वपूर्ण मार्गों पर ट्रेनें चलाई जाने की संभावना है। फिलहाल एनडब्ल्यूआर को इसकी सैद्धांतिक मंजूरी मिलने का इंतजार है।

लॉकडाउन में ढील के बाद आम लोगों की जरूरत को देखते हुए फौरी तौर पर देशभर में लगभग 230 पैसेंजर ट्रेनों को चलाया जा रहा है. इनमें से उत्तर पश्चिम रेलवे के हिस्से में 10 ट्रेनों आई हुई हैं, लेकिन इनमें यात्रियों की संख्या बेहद कम है।

इस बीच, कुछ महत्वपूर्ण मार्गों पर यात्रियों की बढ़ती हुई भीड़ और त्योहारों को देखते हुए जोन विशेष से चर्चा के बाद रेल मंत्रालय 90 के करीब नई पैसेंजर ट्रेनें संचालित करने की तैयारी कर रहा है. हालांकि, इस प्रस्ताव को फिलहाल गृह मंत्रालय की मंजूरी मिलना अभी बाकी है।

120 दिन आगे तक की यात्रा के लिए टिकट बुक हो सकेगा

सामान्य परिस्थितियों में या आम तौर पर ट्रेन चलाने का काम रेल मंत्रालय का है, लेकिन कोविड काल में रेल मंत्रालय गृह मंत्रालय की सहमति के बाद ही ट्रेनें चलाने का काम कर रहा है। अगर इन नई ट्रेनों के संचालन को मंजूरी मिलती है तो 120 दिन आगे तक की यात्रा के लिए टिकट बुक हो सकेगा। इसके तहत प्रीमियम और तत्काल बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।

ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग पर मंथन

रेलवे 1 अगस्त से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से टिकट बुकिंग शुरू करने पर भी मंथन कर रहा है. नई ट्रेनों के प्रस्ताव केवल कुछ ही रूट्स के लिए ही हैं, क्योंकि उनके अलावा अधिकांश रूट पर यात्री भार की बेहद कम है। लिहाजा वहां जो ट्रेनें इस वक्त चल रही हैं वो वैसे ही चलेगी. चूंकि राखी और ईद का त्योहार आ रहा इनके मद्देनजर एनडब्ल्यूआर की तरफ से भी नई ट्रेनें चलाई जा सकती है।

अभी कोरोना के कारण यात्री यात्रा से बच रहे हैं

नई पैसेंजर ट्रेनों का समय लॉकडाउन से पहले जो समय था वही रखा जाएगा या उनमें मामूली फेरबदल किया जायेगा यह बाद में तय होगा। वर्तमान में जयपुर से महज एक ही ट्रेन मुंबई और जयपुर के बीच चल रही है उसमें भी यात्री भार बेहद कम है। अब त्योहार पर जयपुर या एनडब्ल्यूआर के चारों मंडल से कितना रेल संचालन बढ़ता है ये देखने वाली बात होगी. क्योंकि कोरोना में लोग यात्रा करने से कतराने लगे हैं।