
‘ऑनलाइन लर्निंग – चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल’ के 15वें दिन, मंगलवार को विजुअल आर्ट्स ऑनलाइन लर्निंग सेशन के तहत प्रतिभागियों ने आर्टिस्ट विजय कुमावत से चारकोल पेंटिंग बनाने की कला सीखी।
- बुधवार, 3 जून को आर्ट टॉक में आर्टिस्ट आशिमा कुमार ‘एक्सप्रेसिंग विथ डूडल आर्ट’ विषय पर करेंगी चर्चा
- प्रतिभागियों ने चारकोल से शेडिंग और टेक्सचर बनाने की कला सीखी
जयपुर। जवाहर कला केंद्र (जेकेके) में ‘ऑनलाइन लर्निंग – चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल’ के 15वें दिन, मंगलवार को विजुअल आर्ट्स ऑनलाइन लर्निंग सेशन के तहत प्रतिभागियों ने आर्टिस्ट विजय कुमावत से चारकोल पेंटिंग बनाने की कला सीखी।
ऑनलाइन लर्निंग – चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल’ के 15वें दिन, मंगलवार को विजुअल आर्ट्स ऑनलाइन लर्निंग सेशन के तहत प्रतिभागियों ने आर्टिस्ट विजय कुमावत से चारकोल पेंटिंग बनाने की कला सीखी।
इस सेशन में चारकोल आर्ट तैयार करने की क्रमबद्ध तकनीक बताते हुए कलाकार ने प्रतिभागियों को विभिन्न स्ट्रोक्स, ब्लेंडिंग, शेडोज़ और टेक्सचर्ड शेडिंग करना सिखाया। सेशन की शुरुआत में कला शैली के रूप में चारकोल पेंटिंग का परिचय दिया गया।
आर्टिस्ट ने बताया कि पूर्व-ऐतिहासिक लोगों द्वारा कलाकृति बनाने के अक्सर चारकोल का उपयोग किया जाता था। प्राचीन काल में जली हुई लकड़ी चारकोल के रूप में उपयोग की जाती थीं। उन्होंने आगे बताया कि फोल्ड किए हुए अखबार से ब्रश कैसे बनाया जाता है।
उन्होंने दर्शकों को सलाह दी कि वे बाजार में उपलब्ध मिलावटी चारकोल को खरीदने के बजाय स्वमं चारकोल पाउडर बनाएं। सेशन में आगे आर्टिस्ट ने चारकोल से विभिन्न तरीके के टेक्सचर बनाना, हैंड ब्लेंडिंग टेक्नीक, लिक्विड इरेजर से इरेज करना और डार्क टेक्सचर बनाने के लिए लेयरिंग करना सिखाया।
ऑनलाइन लर्निंग-चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल’ का आयोजन 27 जून तक
उन्होंने बताया कि ऐक्रेलिक पेंट्स और वॉटरकलर जल्दी सूख जाते हैं जबकि चारकोल पेंटिंग में समय लगता है और इस प्रक्रिया में धैर्य रखने की आवश्यकता होती है। आर्टिस्ट को सर्वप्रथम पेंटिंग के विषयवस्तु की परिकल्पना करनी चाहिए, रंगों की पहचान करनी चाहिए और उसके अनुसार चारकोल में विभिन्न शेड्स बनाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि अपनी चारकोल पेंटिंग की तुलना रेफरेंस कलाकृति से करके यह सुनिश्चित करें कि आपका उचित तरीका अपना रहे हैं।बुधवार, 3 जून का कार्यक्रमबुधवार, 3 जून को ‘एक्सप्रेसिंग विथ डूडल आर्ट’ विषय पर शाम 6.30 बजे आर्ट टॉक का आयोजन होगा। इसका संचालन आर्टिस्ट आशिमा कुमार करेंगीं।
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इस दौरान वे दर्शकों के साथ अपनी डूडल आर्टिस्ट बनने की जर्नी साझा करेंगी। उन्होंने कैसे डूडल आर्ट पर काम करना शुरू किया और कैसे उनका डूडलिंग का शौक बड़ी पेंटिंग बनाने में बदल गया। इस दौरान आर्टिस्ट लंदन आर्ट बाजार और कला परिदृश्यों पर भी चर्चा करेंगी।