ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने 2021 में प्रवेश के लिए 7 नए ​​शैक्षणिक कार्यक्रम की शुरूआत की

जेजीयू साइकोलॉजी, फाइन आर्ट्स, फाइनांस एंड एंटरप्रेन्योरशिप, डेटा जर्नलिज्म, बिजनेस एनालिटिक्स, फाइनांसियल मार्केट्स और फैमिली बिजनेस में इनोवेटिव और इंटरडिसिप्लिनरी प्रोग्राम की सुविधा प्रदान करता है

सोनीपत । भारत का पहला रैंक वाला निजी विश्वविद्यालय और ‘इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (आईओई) का दर्जा प्राप्त, ओ पी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) ने अपने 10 वें स्कूल: जिंदल स्कूल ऑफ साइकोलॉजी एंड काउंसलिंग (जेएसपीसी) के शुभारंभ की घोषणा की। इसके साथ ही इसने 2021 में प्रवेश के लिए 721 नए शैक्षणिक कार्यक्रमों की भी घोषणा की।

जेजीयू के दस स्कूलों द्वारा ऑफर किए जाने वाले नए कार्यक्रम इस प्रकार हैं :

 1. मनोविज्ञान (साइकोलॉजी) में बीए (ऑनर्स)

2. वित्त और उद्यमिता (फाइनांस एंड इंटरप्रेन्योरशिप) में बीए (ऑनर्स)

3. बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स में बीएफए (ऑनर्स)

4. बिजनेस एनालिटिक्स में बीबीए (ऑनर्स)

5. फैमिली बिजनेस में बीबीए (ऑनर्स)

6. फाइनेंसियल मार्केट्स में बीबीए (ऑनर्स)

7. डाटा जर्नलिज्म में भारत का पहला पीजी डिप्लोमा

इसके अलावा, जिंदल स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड आर्किटेक्चर (जेएसएए) द्वारा प्रस्तुत बी. डिजाइन कार्यक्रम में “इंटेरियर डिजाइन” में उनके मौजूदा विशेषज्ञता को जोडते हुए दो नए पाठ्यक्रम होंगे। पहला, “शहरी नियोजन” पर है, और दूसरा “सामुदायिक योजना” पर है।

.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर (डॉ) सी राज कुमार ने कहा, “जेजीयू हमारे छात्रों के लिए एक रूपांतरित शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अकादमिक नवाचार, अंतर्राष्ट्रीयकरण, और अनुसंधान उत्कृष्टता के मामले में सबसे आगे है। इसने हमें उच्च शिक्षा की दुनिया के लिए काविड-19 द्वारा उत्पन्न चुनौतियों को दूर करने में सक्षम बनाया है। ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ के रूप में, यह सामाजिक विज्ञान, लिबरल आर्ट्स और मानविकी के अध्ययन के लिए समर्पित है।  हमारे लिए अर्थव्यवस्था, राजनीति और समाज पर एक मजबूत और कारगर प्रभाव डालना महत्वपूर्ण है। 2014 में स्थापित जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (जेआईबीएस) ने व्यवहार विज्ञान में अनुसंधान और क्षमता निर्माण का एक समृद्ध निकाय बनाया है। हम एक विश्व स्तरीय संस्था, जिंदल स्कूल ऑफ साइकोलॉजी एंड काउंसलिंग (जेएसपीसी) को विकसित करने के लिए उस अनुभव को विकसित कर रहे हैं। इसी प्रकार, जिंदल ग्लोबल बिजनेस स्कूल, जिंदल स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज, जिंदल स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन और जिंदल स्कूल ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस में हमारे संकाय सदस्यों का फाइन आर्ट्स, एंटरप्रेन्योरशिप, डेटा जर्नलिज्म, बिजनेस एनालाइटिक्स, फाइनेंसियल मार्केट्स, और बिजनेस स्टडीज के क्षेत्रों में गहरा और समृद्ध अनुभव है। हमारा लक्ष्य अपने छात्रों को विभिन्न यूजी और पीजी कार्यक्रमों में एक अद्वितीय शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिए इन अनुभवों का लाभ उठाना है जो नए शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में पेश किए जा रहे हैं।”

2021 में प्रवेश के लिए नए कार्यक्रमों का विवरण

1. मनोविज्ञान (साइकोलॉजी) में बीए (ऑनर्स)

जेजीयू का 10 वां स्कूल – जिंदल स्कूल ऑफ साइकोलॉजी एंड काउंसलिंग की स्थापना साइकोलॉजी और काउंसलिंग के अत्यधिक विविध क्षेत्रों में विचारकों की एक नई पीढ़ी को विकसित करने की दृष्टि से की गई है। हमारा लक्ष्य सभी जेएसपीसी छात्रों को विश्व स्तर की अंतःविषय शिक्षा प्रदान करना है, जो उनके स्नातकोत्तर शिक्षा और रोजगार के अवसरों को बढ़ाता है। छात्रों को मनोवैज्ञानिक सिद्धांत, प्रयोग और अभ्यास में व्यापक शिक्षा प्रदान की जाएगी। हमारे शोध-उन्मुख संकाय मनोविज्ञान के विषयों में नवीनतम सिद्धांतों और डेटा द्वारा सूचित एक पाठ्यक्रम के आधार पर अनुभवात्मक और लक्ष्य-आधारित शिक्षण रणनीतियां तैयार करेंगे।

2. वित्त और उद्यमिता (फाइनांस एंड एंटरप्रेन्योरिशिप) में बीए (ऑनर्स)

वित्त और उद्यमिता (फाइनांस एंड एंटरप्रेन्योरिशिप) में बीए (ऑनर्स) एक अभिनव कार्यक्रम है जो वित्त में मुख्य प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकी के व्यावहारिक ज्ञान के साथ उद्यमशीलता कौशल और रचनात्मक क्षमताओं को जोड़ता है। यह कार्यक्रम व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करता है जो छात्रों को नए उत्पादों और सेवाओं,  विशेष रूप से डिजिटल वित्त संबंधी उत्पादों और सेवाओं को समझने और बनाने में मदद करेगा।

3. बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स में बीएफए (ऑनर्स)

जिंदल स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज (जेएसएलएच) में उपलब्ध बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) कार्यक्रम, छात्रों को विजुअल आर्ट्स का अध्ययन करने और विभिन्न प्रकार के लिबरल आर्ट्स पाठ्यक्रमों की पढाई करने में सक्षम बनाता है जिसमें सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक तत्व के प्ररिप्रेक्ष्य शामिल होते हैं। बीएफए छात्रों को स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय समुदायों में ले जाता है और सामुदायिक जुड़ाव के लिए प्रोत्साहित करता है। छात्र उन मान्यता प्राप्त कलाकारों के साथ काम करेंगे जिनके पास विभिन्न प्रकार के विजुअल आर्ट्स में महारत हासिल है; जैसे – पेंटिंग, मूर्तिकला, प्रिंटमेकिंग, पॉटरी और अन्य। हमारे बीएफए छात्र अपने प्रशिक्षकों से व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं और स्टूडियो में स्वतंत्र रूप से काम करने की स्वतंत्रता का भी आनंद लेते हैं।

4. बिजनेस एनालिटिक्स में बीबीए (ऑनर्स)

यह स्पेशियलाइज्ड बीबीए वैसे छात्रों के लिए करियर बनाने के लिए आदर्श है जो विभिन्न प्रकार के कार्यों और उद्योगों में एनालिटिक्स की ताकत का लाभ उठाना चाहते हैं। इस कार्यक्रम से स्नातक करने वाले छात्रों से ऐसे प्रोफेशनल बनने की अपेक्षा की जाती है जो व्यवसायिक समस्याओं का पता लगाने में सक्षम हों जिसमें डेटा एनालिटिक्स के एप्लिकेशन, उपयुक्त डेटा स्रोतों की पहचान करने, उचित उपकरण और तकनीकों का उपयोग करके डेटा की बड़ी मात्रा का विश्लेषण करने, और डेटा विश्लेषण से प्रासंगिक व्यापार अंतर्दृष्टि प्रदान करने की जरूरत होती है।

5. फैमिली बिजनेस में बीबीए (ऑनर्स)

यह कार्यक्रम विशेष रूप से उन छात्रों के लिए बनाया गया है जो अपने फैमिली बिजनेस में अपना कैरियर बनाते हैं और इसका उद्देश्य फैमिली बिजनेस में व्यावसायिक सफलता के लिए प्रासंगिक वैचारिक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है। यह कार्यक्रम फैमिली बिजनेस की व्यावसायिकता और रूपान्तरण में आने वाली चुनौतियों से निबटने की कला से छात्रों को लैस करेगा, जिसमें एक्सपेरियेंशियल लर्निंग प्रोजेक्ट और इंटरेनेशनल इमर्शन सहित फैमिली बिजनेस के लिए कई वैकल्पिक होंगे।

6. फाइनांसियल मार्केट्स में बीबीए (ऑनर्स)

यह कार्यक्रम वैश्विक और उद्योग केंद्रित होने के साथ– साथ, छात्रों को सॉफ्टवेयर उपकरणों, वित्तीय बाजारों की प्रक्रियाओं और सर्वोत्तम अभ्यासों का उपयोग करने में कुशल बनाएगा। वित्तीय आंकड़ों का विश्लेषण करने और सार्थक निष्कर्ष निकालने के लिए उनके पास विभिन्न वित्तीय डेटा स्रोतों और विभिन्न उपकरणों और तकनीकों की समझ होगी। वे बाजारों और संस्थानों द्वारा पेश किए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं में नवाचार से संबंधित नीतिगत बहस को समझने और उसमें भाग लेने में भी सक्षम होंगे।

7. डेटा जर्नलिज्म में भारत का पहला पीजी डिप्लोमा

जिंदल स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन (जेएसजेसी), और जिंदल स्कूल ऑफ़ बैंकिंग एंड फ़ाइनेंस (जेएसबीएफ) ने डेटा जर्नलिज़्म में भारत के पहले पीजी डिप्लोमा की पेशकश करने के लिए सहयोग किया है। यह इस बात का नवीनतम उदाहरण है कि कैसे ज्ञान और सर्वोत्तम अभ्यास स्वतंत्र रूप से अनुशासनात्मक और पेशेवर सीमाओं को पार करते हैं। यह कार्यक्रम जेएसजेए के तकनीकी-अग्रेषित और डेटा-गहन दृष्टिकोण को जेएसजेसी के जांच और पूछताछ के मामले के साथ जोड़ता है।

जेजीयू के एडमिशन्स एंड आउटरीच के ऑफिस के डीन, प्रोफेसर आर्या बी़ मजुमदार ने कहा, “21 वीं सदी के आत्मनिर्भर भारत में ललित कलाओं में मानसिक स्वास्थ्य, उद्यमशीलता और नए युग के करियर जैसे मुद्दों पर बातचीत शुरू हो गई है। सामाजिक विज्ञान, कला और मानविकी के अध्ययन के लिए समर्पित विश्वविद्यालय के रूप में, जेजीयू को इस बातचीत का हिस्सा बनने की आवश्यकता है। जेजीयू में पेश किए जा रहे ये नए कार्यक्रम कानून, व्यवसाय, सामाजिक विज्ञान, राजनीति, अंतरराष्ट्रीय संबंधों, लिबरल आर्ट्स, वास्तुकला, संचार, वाणिज्य और पर्यावरण अध्ययन में मौजूदा कार्यक्रमों की सूची को पूरा करेंगे।”

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रोफेसर दबीरू श्रीधर पटनायक ने कहा, “ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी आकांक्षी छात्रों के सामाजिक, भावनात्मक और बौद्धिक जीवन को आकार देने में विश्वास करती है। हम नए कार्यक्रमों को शुरू करने के लिए ठोस प्रयास करना जारी रखते हैं जो विश्वविद्यालय के विजन और मिशन के अनुरूप हो। जेजीयू में एक बहु-विषयक और अंतःविषय दृष्टिकोण के साथ, छात्रों को जेजीयू द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रमों से लाभ होगा। इससे छात्रों को प्रणालीबद्ध तरीके से अपनी रुचि के पाठ्यक्रम की पढाई करने की अनुमति मिलेगी और इस प्रकार वे अपने चुने हुए क्षेत्रों के विशेषज्ञ बन सकते हैं। “

इस वर्ष, जेजीयू को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा औपचारिक रूप सेइंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस‘ (आईओई) का दर्जा दिया गया था। जेजीयू को तीनों स्तरों – एशिया रैंकिंग, ब्रिक्स रैंकिंग और विश्व रैंकिंग पर क्यू एस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में अव्वल आकर, नवीनतम क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के अनुसार भारत के नंबर 1 रैंक निजी विश्वविद्यालय के रूप में और नवीनतम क्यूएस वर्ल्ड ‘यंग’ यूनिवर्सिटी रैंकिंग में दुनिया में शीर्ष 150 में से एक के रूप में मान्यता मिली है।