राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट, यूके की तरफ से ऑनलाइन इवेंट Each One, Adopt One का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुआ आयोजन

इस प्रोग्राम में राजस्थान के सरकारी विद्यालयों के होनहार 15 छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएशन तक की शिक्षा के सहयोग के लिये गोद लिया गया है। इन छात्रों की हर तरह की शिक्षा (जिसमें किताबे, कोचिंग फीस, मेडिकल, इंजीनियरिंग सहित सभी तरह की शिक्षा शामिल है ) का खर्चा राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट यूके के वालंटियर्स की तरफ से उठाया जायेगा।

राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट यूके ने अब तक करीब एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता राजस्थान सरकारी विद्यालयों के एक हजार से भी ज्यादा गरीब और होनहार विद्यार्थियों को प्रदान की है। इसके अलावा राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट यूके, भारत और यूके में राजस्थानी संस्कृति के प्रचार प्रसार में भी उल्लेखनीय भूमिका निभाता रहा है।

राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट, यूके के Each One, Adopt One कार्यक्रम में देश और विदेश भारत, यूएसए, यूके, कनाडा के गणमान्य और समाजसेवी मेहमानो ने शिरकत की। इनमे प्रमुख मेहमान

  • आईएएस डॉ आरुषि मालिक, स्पेशल सेक्रेटरी एनिमल हसबेंडरी एंड चेयरमैन राजस्थान डेयरी फेडरेशन लिमिटेड, गवर्नमेंट ऑफ राजस्थान
  • आईएएस सौरभ स्वामी, आईएएस, डायरेक्टर, सेकेंडरी एजुकेशन डिपार्टमेंट, गवर्नमेंट ऑफ राजस्थान
  • प्रतीक झाझडिय़ा, कमिश्नर, लेबर डिपार्टमेंट, गवर्नमेंट ऑफ राजस्थान
  • आरएएस हनुमान ढाका, जॉइंट सेक्रेटरी, वाटर रिसोर्सेज डिपार्टमेंट, गवर्नमेंट ऑफ राजस्थान
  • दिलीप परिहार, असिस्टेंट डायरेक्टर, सेकेंडरी एजुकेशन डिपार्मेंट, गवर्नमेंट ऑफ राजस्थान
  • महेंद्र चौधरी, ओएसडी, गवर्नमेंट ऑफ राजस्थान
  • डॉ. घासीराम वर्मा, मैथ्स प्रोफेसर एंड समाज-सेवी, यूएसए
  • डॉ. रामदेव मेहता, बिजनेसमैन एंड समाज-सेवी, कनाडा
  • खयाली सारण, ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज
  • विनोद जानू, प्रिंसिपल, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, झुंझुनू
  • डॉ. सुरेंद्र भास्कर, ऑफिसर, गवर्नमेंट ऑफ राजस्थान
  • राजपाल श्योराण, सुपरिंडेंट इंजीनियर (आईईएस), दिल्ली गवर्मेंट
  • डॉ. रामचंद्र घासल, प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट, एनएचएस, यूके
  • देवेंद्र शर्मा, वकील सुप्रीम कोर्ट, बोर्ड मेंबर ऑफ सांस्कृतिक मंत्रालय, भारत सरकार, ट्रस्टी: इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर औफ आर्ट और
  • ज्योति चौधरी, SRKPS NGO, राजस्थान रहे।

आईएएस डॉ. आरुषि मलिक ने राजस्थान में शिक्षा की बेहतरी के लिये 3 सूत्रीय प्लान बताया जिसमे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, गरीब बच्चों के लिये फाइनेंसियल सपोर्ट के साथ साथ इमोशनल सपोर्ट एंड गाइडेंस पर फोकस किया। साथ ही स्टूडेंट्स एंड एजुकेशनल इंस्टीटूट्स के बीच की खाली जगह भरने के लिए एक प्लेटफार्म बनते हुये राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट, यूके से सहयोग की अपील की।

आईएएस सौरभ स्वामी ने शिक्षा विभाग राजस्थान में ग्लोबलाइजेशन को ध्यान में रखते हुये किये गए शिक्षा सुधारो की चर्चा की। शिक्षा के नये माध्यम यूट्यूब चैनल Ekaksha के बारे में बताया जहां बेहतरीन अध्यापको ने कक्षा 6 से 12 तक के सभी विषयो की वीडियोस NCERT सिलेबस एंड चैप्टर वाइज वीडिओ? बनाई है तथा कक्षा 1 से 8 के छात्रों के लिये आओ घर से सीखे अभियान के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही हर विद्यालय में रेटिंग सिस्टम शुरू करने के बारे में बताया।

दिलीप परिहार ने, गरीब छात्रों को आगे बढऩे के लिये सहयोग की अपील की और राजस्थान सरकार के Adopt A Student विजन के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा दानदाता और जरुरतमंद छात्रों के बीच में संपर्क बनाने के लिये ज्ञानसंकल्प पोर्टल के बारे में बताया, जिसमें आज तक करीब 175 करोड़ रुपये का काम अलग अलग वर्गों में सीधे दानदाता की तरफ हो चुका है। इसमें अगले साल से जरुरतमंद छात्रों की सूची बनाके पोर्टल पर शेयर करने की बात भी बताई।

आरएएस हनुमान ढाका ने राजस्थान सरकार द्वारा खोले जाने वाले अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों के बारे में जानकारी दी और अभावों में रहकर सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाले छात्रों की सहायता के लिये राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट, यूके को धन्यवाद दिया।

प्रतीक झाझडिय़ा ने उदाहरण देते हुये दान की महत्ता के बारे में बताया। साथ ही, श्रम विभाग राजस्थान की तरफ से मजदूरी का काम करने वालों के बच्चों को श्रम विभाग राजस्थान द्वारा 25 हजार रुपये तक दिये जाने वाली छात्रवृति के बारे में बताया।

अमेरिका निवासी डॉ. घासीराम वर्मा, जिन्हे गरीब विधार्थियों की शिक्षा की मदद की वजह से करोड़पति फकीर भी कहा जाता है, ने अपने अनुभव साझा किये और पुराने जमाने में मारवाड़ी सेठो द्वारा मरुधरा शेखावाटी में किये जाने वाले योगदान के बारे में बताया।

कनाडा निवासी ने डॉ रामदेव मेहता ने शिक्षा के साथ ही स्वास्थ्य के बारे में भी काम करने को जरुरी बताया और अपने द्वारा चलाये जाने वाले NGOs, जिनमे ग्रामीण महिला शिक्षण संस्थान, सीकर और प्रयास (प्रगतियान संस्था) प्रमुख है, की जानकारी दी। साथ ही विदेश से इंडिया फण्ड ट्रासंफर करने में ब्यूरोक्रेसी और सिस्टम को थोड़ा सरल बनाने का अनुरोध सरकार से किया, जिससे विदेश में बैठे समाजसेवी राजस्थान के गरीब छात्रों की और बेहतर तरीके मदद कर उनके जीवन स्टार को बेहतर बनाया सके।

डॉ सुरेंद्र भास्कर ने शिक्षा की बेहतरी के लिये अपने अनुभव और विचार साझा किये। साथ ही, ब्लॉक और गांव स्तर पर छात्रों को मार्गदर्शन देने और बलिका शिक्षा पर ध्यान की बात कही। देवेंद्र शर्मा ने मॉडर्न और ट्रेडिशनल एजुकेशन सिस्टम के कॉम्बिनेशन पर फोकस करने का सुझाव दिया।

खयाली सारण ने कम शिक्षा की वजह से अपने संघर्ष के बारे में बताया और अपने द्वारा एनडीए में प्रवेश के लिये ग्रामीण क्षेत्र में चलाये जाने वाली प्राइवेट ओएसिस सैनिक स्कूल के बारे में बताया जहा पर गरीब छात्रों को बहुत ही कम फीस में क्लासेस अवेलेबल करवाई जाती है।

डॉ महेंद्र कुमार ने राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट यूके द्वारा किये जाने वाले छात्रवृति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी और छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिये भी सुझाव दिये। राजपाल श्योराण ने किताबी शिक्षा के साथ साथ खेल और शारीरिक शिक्षा के सपोर्ट के लिये भी जोर दिया और इसके अलावा विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करने के लिये भी सुझाव दिये।

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झुंझुनू की प्रध्यानापिका विनोद जानू ने बताया की विद्यालय के अध्यापको, कर्मचारियों, निवासियों तथा स्वयंसेवक समूहों के मिले जुले प्रयासों से आज विद्यालय में छात्रों की संख्या 600 से 1900 पहुंच गयी है और जरूरतमन्द विद्यार्थी आर्थिक सहायता प्राप्त कर रहे है।

डॉ. रामचंद्र घासल ने राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट, यूके के कार्यो की सराहना की और सभी मेहमानो को सुझाव और सहयोग के लिये धन्यवाद प्रदान किया। राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट यूके के फाउंडर, ट्रस्टी एंड वालंटियर्स सुरजीत ढाका, अनिल कुल्हार, हनवंतसिंघ राजपुरोहित, अचल सोनी, सुरेश खीचड़, विनोद भादू, राजेंद्र कड़वासरा, आजाद, सुमन, नरेंद्र मंडीवाल, विनोद नेहरा, चंद्रदीप तिवारी, अंजू कुल्हार, रचना ढाका, बिंदु चौधरी, सूर्या सोनी, जो की सभी राजस्थान से है और अब यूके के निवासी है, ने कार्यक्रम के सभी मेहमानों का स्वागत किया और अपने जीवन में आये संघर्षों के बारे में बताया जिसकी वजह से इन सबको राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में चैरिटी के लिये मोटिवेशन मिला। “Each One, Adopt One” वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम का ऑनलाइन संचालन रचना ढाका ने किया।

सभी मेहमानों ने राजस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट यूके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये जाने वाले योगदान की प्रंशसा की और इस नेक काम के लिये राजस्थान सरकार की तरफ से ट्रस्ट को हर तरह का सहयोग देने का भरोसा दिया।