
पवन खेड़ा को आज दिल्ली पुलिस ने विमान से उतार लिया था हिरासत में, कांग्रेस ने कहा… तानाशाही कतई बर्दाश्त नहीं
कांग्रेस नेता विरोध में एयरपोर्ट पर बैठे थे धरने पर
नई दिल्ली। महाधिवेशन में हिस्सा लेने रायपुर जा रहे कांग्रेस पार्टी मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा को दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को इंदिरा गांधी हवाई अड्डा पर विमान में नहीं बैठने दिया और उन्हें कथित तौर पर हिरासत में ले लिया था। कांग्रेस महाधिवेशन के लिए इसी विमान से रायपुर जा रहे पार्टी नेताओं को जैसे ही इसकी खबर मिली तो सभी विमान से बाहर आ गये और इसका विरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनकी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे थे। वही पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। इस पर सुनवाई पूरी हो गई है। सुप्रीम कोर्ट ने पवन खेडा को राहत देते हुए उन्हें अंतरिम जमानत दे दी है।
आपकों बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में पवन खेड़ा की तरफ से अभिषेक सिंघवी पेश हुए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि खेड़ा ने उसी समय माफी मांग ली थी, यह सिर्फ स्लिप ऑफ टंग (अनजाने में कही बात) का मामला था। सिंघवी ने गिरफ्तारी पर रोक की मांग की है।
ये तानाशाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी… हम लड़ेंगे और जीतेंगे
पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए बताया , आज इंडिगो की फ्लाइट 6ई-204 से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिल्ली से रायपुर जा रहे थे। सभी फ्लाइट में बैठ चुके थे, उसी वक्त हमारे नेता पवन खेड़ा को फ्लाइट से उतरने को कहा गया। ये तानाशाही है। तानाशाह ने अधिवेशन से पहले ईडी के छापे मरवाए और अब इस तरह की हरकत पर उतर आया। पहले छत्तीसगढ़ में नेताओं के यहां ईडी को भेजा। अब, कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने जा रहे हमारे नेता को टोका गया। ये तानाशाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी… हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
तानाशाही का दूसरा नाम अमितशाही : जयराम रमेश
इस बीच कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने भी ट्वीट किया, पहले ईडी ने रायपुर में छापामारी की, अब पवन खेड़ा को दिल्ली पुलिस द्वारा रायपुर के जहाज़ से उतारा गया है। तानाशाही का दूसरा नाम अमितशाही है। मोदी सरकार हमारे राष्ट्रीय महाअधिवेशन को बाधित करना चाहती है। हम डरने वाले नहीं हैं, देशवासियों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।