
नई दिल्ली। दूरसंचार क्षेत्र की मौजूदा संरचना लाभप्रद नहीं होने के कारण अगले एक से डेढ़ साल में फोन कॉल व इंटरनेट समेत सभी सेवाओं की दरों को दो बार बढ़ाया जा सकता है। ईवाय ने यह अनुमान व्य त किया है। ईवाय के लीडर (उभरते बाजारों की प्रौद्योगिकी, मीडिया एवं मनोरंजन और दूरसंचार) प्रशांत सिंघल ने कहा कि दरों में तत्काल वृद्धि अभी के हिसाब से उचित नहीं लग रहा है।
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यह अगले 12 से 18 महीने में दो दौर में किया जा सकता है तथा पहली वृद्धि अगले छह महीने में की जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘दरों में वृद्धि अपरिहार्य है। उपभो ताओं के लिये दूरसंचार खर्च ठीक-ठाक कम है और अगले छह महीने में दरों में वृद्धि की जा सकती है।
फोन कॉल की पहली वृद्धि अगले छह महीने में की जा सकती है
मैं यह नहीं कह रहा कि यह होगा ही, लेकिन जितना जल्दी हो उतना बेहतर।’ उन्होंने कहा, ‘कंपनियों को आर्थिक स्थिति तथा किफायत के बारे में भी सोचना होगा, लेकिन बाजार में टिके रहना सुनिश्चित करने के लिए 12 से 18 महीने में दो बार में दरें बढ़ाई जा सकती हैं और पहली वृद्धि अगले छह महीने में भी हो सकती है।’ सिंघल ने कहा कि यह नियामकीय हस्तक्षेप के माध्यम से होता है या दूरसंचार उद्योग खुद ही यह करती है, यह देखना होगा, लेकिन यह स्पष्ट है कि दूरसंचार कंपनियों की वि ाीय स्थिति शुल्क वृद्धि को अपरिहार्य बना रही है। रिलायंस की विमानन
ईंधन स्टेशनों की संख्या 50 फीसदी बढ़ाने की योजना
नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की योजना अपने विमानन ईंधन डिपो की संख्या में 50 प्रतिशत बढ़ो ारी करने की है। इस कारोबार का बड़ा हिस्सा अभी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के पास है और आरआईएल इसमें अधिक बाजार हिस्सेदारी पाना चाहती है। आरआईएल ने अपनी ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि विमानन क्षेत्र में पिछले 52 महीनों में लगातार हासिल की गई दो अंकों की वृद्धि कोरोना वायरस महामारी के चलते इस समय भले ही रुक गयी हो , लेकिन भारत अगले पांच वर्षों तक सबसे तेजी से बढऩे वाले विमानन बाजारों में बना रहेगा।