बिरसा मुंडा की जयंती पर लिया एकजुटता का संकल्प

बांसवाड़ा। राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद कुशलगढ़ स्थित मोर आश्रम ममें जनजाति गौरव दिवस मनाया गया। अतिथियों ने सबसे पहले भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनके बताए मार्ग पर चलने, देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लिया। अतिथियों का परिचय जिला संगठन मंत्री वेस्ताराम वसुनिया ने कराया।

अध्यक्षता परिषद के जिला अध्यक्ष विजयसिंह देवदा ने की, मुख्य वक्ता विधि व्याख्याता डॉ. राकेश डामोर ने भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज जो विधर्मी ताकतें समाज को तोडऩे का षड्यंत्र रच रही है, उनसे सावधान रहने और समाज को एकजुट होने की जरूरत है।

मुख्य अतिथि पूर्व संसदीय सचिव भीमाभाई डामोर ने बिरसा मुंडा की जयंती आने वाले समय में गांव गांव मनाने की आवश्यकता बताई। प्रधान कानहींग रावत, दीपसिंह वसुनिया युवामोर्चा जिलाअध्यक्ष, डॉ. वजहींग मईड़ा जनजाति सुरक्षा मंच प्रदेश सह संयोजक, नगर पालिका अध्यक्ष बबलू मईड़ा, नितेश बैरागी नगरपालिका उपाध्यक्ष, नरसिंहगिरी महाराज, हरेंद्र पाठक, हिंदू युवा जनजाति मध्यप्रदेश के रामचंद्र कटारा, हेमेंद्र पंड्या आदि ने संबोधन दिया। साथ ही वर्तमान में पीएचडी उपाधि प्राप्त करने पर डॉ.जोहनसिंह देवदा का अतिथियों ने साफा बांध व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया।

विभाग संगठन मंत्री धूलेश्वर भाणात, सरपंच संघ अध्यक्ष रमणलाल राणा, महेश मईड़ा, चरकणी सरपंच हुरतिग मुनिया, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जीवनलाल निनामा, जिला जनजाति प्रमुख विद्यार्थी परिषद कांतिलाल गरासिया, कालूसिंह देवदा, प्रांत सह श्रद्धा जागरण प्रमुख रमेश चरपोटा, भरत कुमावत, सरदार सिंह गरासिया कल्लू महाराज, हरीश भगत, बहादुर भाई डामोर, किका बहन, लीला पडियार, जीजा बेन, राधा बहन, नीलम बहन आदि ने सहयोग किया। संचालन डॉ. जोहनसिंह देवदा ने किया, आभार जिला मंत्री मालजी मईड़ा ने जताया।