चक्रवाती तूफान यास से हुई तबाही को लेकर पीएम मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री के साथ बैठक की

देश की कई हिस्सों को चक्रवाती तूफान यास से काफी ज्यादा प्रभावित किया है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में इसका ज्यादा असर देखा गया है। चक्रवात यास ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है।

प्रभावित लोगों की मदद और उनकी स्थिति को जानने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप सारंगी के साथ ओडिशा में चक्रवात के बाद की स्थिति की समीक्षा की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को भुवनेश्वर पहुंचे और यहां एक बैठक में चक्रवात ‘यासÓ से ओडिशा के विभिन्न इलाकों में हुए नुकसान की समीक्षा की। इस दौरान ओडिशा सरकार ने बार-बार आने वाली चक्रवात की समस्या से निजात के लिए दीर्घकालिक समाधानों और आपदा अनुकूल शक्ति तंत्र के प्रावधानों पर जोर दिया।

समीक्षा बैठक के बाद ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन में हुए खर्च के लिए कोई तत्काल राहत कोष की मांग नहीं की बल्कि दीर्घकालिक समाधानों पर जोर दिया क्योंकि ओडिशा को आए दिन चक्रवातीय तूफानों का सामना करना पड़ता है।

बैठक में प्रधानमंत्री और ओडिशा के मुख्यमंत्री के अलावा राज्यपाल गणेशी लाल, केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप सारंगी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके बाद प्रधानमंत्री बालासोर और भद्रक के प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वेक्षण के लिए निकल गए।

प्रधानमंत्री हवाई मार्ग से ही पश्चिम बंगाल निकल जाएंगे। इससे पहले, राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित केंद्रीय मंत्रियों ने बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। जेना ने बताया कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने एक आपदा अनुकूल शक्ति संसाधन और चक्रवातों से तटीय क्षेत्रों को बचाने के लिए स्थायी समाधान की मांग की।

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