
पूजा खेडकर को अकोला में आदिवासी विकास परियोजना में प्रशिक्षु के रूप में होना था शामिल
पुणे। विवादों में आने के बाद ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की ट्रेनिंग एक सप्ताह के लिए रोक दी गई है। पूजा को 15 से 19 जुलाई तक अकोला में आदिवासी विकास परियोजना में प्रशिक्षु के रूप में शामिल होना था, लेकिन वाशिम जिला अधिकारी ने इस पर रोक लगा दी है।
पूजा ने पुलिस को फोन कर घर बुलाया
पूजा पर दिव्यांगता और ओबीसी आरक्षण कोटे का दुरुपयोग करके भारतीय प्रशासनिक सेवा में सिलेक्शन पाने का आरोप है। पूजा के दिव्यांग और ओबीसी सर्टिफिकेट की पुलिस जांच होगी। सर्टिफिकेट जारी करने वाले डॉक्टर से भी पूछताछ की जाएगी। गौरतलब है कि पूजा ने सोमवार देर रात पुलिस को फोन कर घर बुलाया था। पूजा का कहना था कि वह कुछ जानकारी साझा करना चाहती है। कल रात 3 महिला कॉन्स्टेबल पूजा के घर गई थीं। महिला कॉन्स्टेबल रात 11 बजे पूजा के कैबिन में गई थीं, वे यहां से 1 बजे लौटीं।
जांच के लिए कमेटी गठित
केंद्र ने 11 जुलाई को विवादों में घिरी ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की उम्मीदवारी को वेरिफाई करने के लिए सिंगल मेंबर कमेटी का गठन किया है। केंद्र ने कहा कि यह जांच एडिशनल सेक्रेटरी रैंक के अफसर कर रहे हैं। इसका मकसद 2023 बैच की अधिकारी खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और अन्य डिटेल को वेरिफाई करना होगा। समिति अपनी रिपोर्ट दो हफ्तों में पेश करेगी।
पूजा खेडकर ने विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए 2 आवेदन दिए
पूजा खेडकर ने दो बार विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था। पुणे के औंध अस्पताल ने उनका आवेदन खारिज कर दिया था। औंध अस्पताल ने पूजा के आवेदन के जवाब में कहा कि आपने 23 अगस्त 2022 को विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था। आपकी ओर से बताई गई बीमारी लोकोमोटर विकलांगता की मेडिकल टीम ने 11 अक्टूबर 2022 को जांच की थी। टीम ने रिपोर्ट के आधार पर आपके दावे को उचित नहीं माना। आपके पक्ष में विकलांगता सर्टिफिकेट जारी करना संभव नहीं है। लोकोमीटर विकलांगता हड्डियों या मांसपेशियों को प्रभावित करती है, जिसके कारण हाथ-पैर के मूवमेंट में परेशानी हो सकती है। इसके बाद उन्होंने पिंपरी-चिंचवड के गवर्नमेंट अस्पताल में विकलांगता सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया था।
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