पीसीसी मे फिर से लगाये गये पायलट के पोस्टर

जयपुर। राजस्थान में पल-पल बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच ताजा खबर यह है कि अशोक गहलोत के पाले में बहुमत जुटाने लायक आंकड़ा हो गया है। सीएम गहलोत के साथ होने वाली विधायक दल की बैठक में ताजा समाचार मिलने तक करीब 100 विधायक पहुंच गए हैं। इनमें 10 निर्दलीय और एक माकपा का विधायक शामिल है।
बहुमत के लायक आंकड़ा देखने के बाद सीएम गहलोत ने मीडिया को विक्ट्री साइन दिखाकर घटनाक्रम पर विजय पाने का संकेत भी दे दिया है. इस बीच खबर है कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सचिन पायलट के पोस्टर दोबारा लगा दिए गए हैं. सुबह में इन पोस्टरों को हटा लिया गया था।

पायलट ने किया था 25 के समर्थन का दावा

इससे पहले सचिन पायलट के करीबी सूत्रों ने दावा किया था कि उनके गुट को 25 विधायकों का समर्थन हासिल है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि वह विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे. इस सूत्र ने साथ ही गहलोत गुट के 100 से ज्यादा विधायकों के दावे को झूठा करार दिया है. इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को कहा कि पिछले 72 घंटे में सचिन पायलट से कई बार बातचीत हुई है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई मतभेद है तो कांग्रेस आलाकमान के दरवाजे सचिन पायलट समेत सभी के लिए खुले हैं. इस बीच, कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि 102 विधायकों ने सीएम गहलोत के समर्थन में पत्र सौंपा है। सूत्र ने यह भी बताया कि डिप्टी सीएम सचिन पायलट के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई की फिलहाल कोई योजना नहीं बनाई गई है, क्योंकि उन्होंने अभी तक पार्टी के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा है।

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बीजेपी पर लगाया षड्यंत्र रचने का आरोप

अविनाश पांडे ने कहा कि बीजेपी के षड्यंत्र को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. कांग्रेस के सब विधायक एकजुट हैं. बीजेपी की मुहिम सफल नहीं होगी. बीजेपी हर राज्य में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकारों को अस्थिर कर रही है।
बीजेपी राजस्थान में भी कर्नाटक और मध्य प्रदेश की तरह की घटनाएं दोहराना चाहती है, लेकिन इसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. वहीं, कहा जा रहा है कि व्हिप के जरिए सचिन पायलट और समर्थक विधायकों को दबाव में लेने की कवायद तेज कर दी गई है।
विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी करने को काफी आम माना जा रहा है. सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों पर इसे दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।