
सत्ता-समीकरण: क्या मोदी करेंगे 400 पार या विपक्ष निकलेगा समझदार
नई दिल्ली। देश में सोमवार को पांचवें चरण में 8 राज्यों की 49 सीटों पर मतदान चल रहा है। पिछले चार चरणों के मतदान के बाद सत्ता-समीकरण देखें तो जहां विपक्षी दल दावा कर रहे हैं कि इस बार मोदी लहर नहीं है और वोटर महंगाई, बेरोजगारी और स्थानीय मुद्दों पर वोट कर रहे हैं वहीं भाजपा अब भी 400 पार के अपने दावे पर कायम है। इंडिया गठबंधन के खुद की जीत से ज्यादा भाजपा को हराने के दावे हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा नतीजों में 200 से भी कम सीटों तक सिमट जाएगी और इंडिया गठबंधन 315 सीटों पर जीतेगा। शिवसेना (ठाकरे) गुट के उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि इंडिया गठबंधन 300 से अधिक सीटें जीतेगा। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने तो भाजपा के लिए भविष्यवाणी करते हुए कहा कि इस बार भाजपा मात्र 220 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाएगी। भाजपा और विपक्ष के दावों में कितना दम है यह तो 4 जून को ही पता चलेगा।
पहले चरण में कम मतदान ने बढ़ाई सभी धड़कनें
पहले चरण में हुए मतदान प्रतिशत को देख सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों की धड़ों की धड़कनें तेज हो गई थीं। जहां विपक्ष दावा कर रहा था कि इस बार वोटर मोदी से नाराज है और यही कारण रहा है कि वे वोट देने बाहर नहीं निकले। वहीं सत्ता पक्ष ने दावा किया कि वोटर मोदी की जीत को लेकर आश्वस्त है यही कारण रहा कि कम मतदान हुआ।
पांच चरणों के प्रचार में चला मटन, मंगलसूत्र, पाकिस्तान और आरक्षण
पांच चरणों के चुनाव प्रचार के दौरान मटन, मंगलसूत्र, पाकिस्तान और आरक्षण जैसे मुद्दे हावी रहे। आरक्षण को लेकर तो मानों होड़ सी लग गई थी। पीएम मोदी ने अपने चुनावी भाषणों में सीधा आरोप लगाया कि कांग्रेस एससी/एसटी का कोटा खत्म कर मुसलमानों को देना चाहती है वहीं विपक्ष, खास तौर पर राहुल गांधी हमेशा अपने भाषणों में कहते दिखे कि मोदी जी संविधान बदलने की तैयारी कर रहे हैं और वे आरक्षण को खत्म कर एससी/एसटी और आदिवासियों का हक मारना चाहते हैं। राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी जी को संविधान बदलने के लिए ही चार सौ पार सीटें चाहिए।
शाह का दावा : हम बहुमत तो पा चुके
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों एक इंटरव्यू के दौरान दावा किया कि राजग कुल 543 में से 380 सीटों पर चार चरणों में हुए मतदान के बाद बहुमत का आंकड़ा तो पार कर चुका है। लेकिन इस बार वोटर ने मन बना रखा है कि मोदी जी को चार सौ पार का तोहफा देना है। शाह और पीएम मोदी कई बार अपने भाषणों में यह दावा कर चुके हैं कि इस बार कांग्रेस 50 सीटें भी नहीं जीत पाएगी।
क्या मोदी जी के लिए आसान है चार सौ पार का आंकड़ा
भाजपा और उसके सहयोगी दल चार सौ पार का आंकड़ा आने का दावा कर रहे हैं लेकिन क्या यह आंकड़ा लाना इतना आसान है। विपक्ष के इंडिया गठबंधन को देखें तो दो तरह से इस गठबंधन में दल साथ आए हैं। पहला राष्ट्रीय स्तर पर और दूसरा क्षेत्रीय स्तर पर। इंडिया गठबंधन 466 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। इंडिया गठबंधन में प्रमुख पार्टी कांग्रेस है, जो खुद 328 सीटों पर ही लड़ रही है, जबकि एनडीए में मुख्य पार्टी भाजपा है, जो खुद 441 सीटों पर चुनाव मैदान में है और एनडीए कुल 541 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है।
(यह खबर नेताओं के किए दावों के आधार पर है। जलतेदीप इसके दावों और सटीकता की पुष्टि नहीं करता है। )
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