बिजली गुल : यूरोप में भारी ब्लैकआउट, जनजीवन प्रभावित

भारी ब्लैकआउट
भारी ब्लैकआउट

पेरिस। स्पेन और पुर्तगाल के अधिकांश हिस्सों में बिजली कटौती के कारण हज़ारों रेल यात्री फंस गए, उड़ानें रद्द कर दी गईं और अस्पतालों को नियमित सेवाएँ बंद करनी पड़ीं। स्पेन के बिजली ऑपरेटर आरईई के अनुसार लगभग 82 प्रतिशत बिजली वापस आ गई है। पुर्तगाल में लगभग 80 प्रतिशत लोगों के पास फिर से बिजली आने की सूचना है। स्पेन ने आपातकाल की स्थिति की घोषणा की है, जिसे यूरोप की सबसे बड़ी बिजली विफलता कहा जा रहा है। बिजली गुल होने से लाइटें और प्लग पॉइंट बंद हो गए और मेट्रो सिस्टम में अचानक खराबी आ गई। मैड्रिड में सिग्नल काम करना बंद कर देने से यातायात ठप्प हो गया। अधिकारी अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि बिजली ग्रिड के अचानक ध्वस्त होने का कारण क्या था।

स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने राष्ट्र को संबोधित किया और कहा कि राष्ट्र में सबकुछ ठप पड़ जाने के लगभग 11 घंटे बाद भी सरकारी विशेषज्ञ अब भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर हुआ क्या था। उन्होंने बताया कि स्पेन के पावर ग्रिड में मात्र पांच सेकंड में 15 गीगावाट बिजली का नुकसान हुआ, जो उसकी राष्ट्रीय मांग के 60 प्रतिशत के बराबर है। स्पेन के बिजली वितरक ‘रेड इलेक्ट्रा’ के परिचालन प्रमुख एडुआर्डो प्रीटो ने कहा कि इस तरह की घटना असाधारण एवं अभूतपूर्व थी।

स्पेनिश अधिकारियों ने कहा है कि अब तक ब्लैकआउट के पीछे साइबर अटैक से इनकार नहीं किया जा सकता। इसकी गहन जांच की जा रही है। यूरोप में इससे पहले भी छोटी-छोटी तकनीकी गड़बड़ियों से बड़े ब्लैकआउट हुए हैं। साल 2003 में स्विट्जरलैंड में एक पेड़ से बिजली लाइन कटने के बाद पूरा इटली अंधेरे में डूब गया था। इसलिए इस बार भी तकनीकी समस्या या साइबर हमला दोनों ही संभावनाओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है।