
पाली । जिले के जाडन स्थित विश्व के एकमात्र ओम् के आकार का शिव मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 10 फरवरी से शुरू होगा। मुख्य कार्यक्रम 19 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। ओम् अलखपुरीजी सिद्धपीठ परम्परा के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी महेश्वरानंद ने इसकी स्थापना की। स्वामी महेश्वरानंद के उत्तराधिकारी अवतार पुरी व प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यकारिणी के सलाहकार नेमीचंद चोपड़ा ने बताया कि महोत्सव को भव्य बनाने के लिए 500 से ज्यादा लोगों की टीम जुटी हुई हैं। 60 देशों से 2200 से ज्यादा देशी-विदेशी मेहमानों के रुकने के लि डोम, स्वीट कॉटेज, हवन यज्ञ, भव्य प्रवेश द्वार बनाए गए है।
महोत्सव के दौरान 150 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। इसके साथ ही जगह-जगह सीसीटीवी कै मरे लगाए गए है। स्वामी योगेश पुरी ने बताया कि ओम आकार का यह भवन अगले 300 सालों तक सुरक्षित रहेगा। भवन को भूकम्प, तेज हवा, आंधी-तूफान से नुकसान न पहुंचे इसको देखते हुए डिजाइन किया गया है और उसी मजबूती से बनाया गया है। तेज भूकम्प के झटकों का भी इस भवन में असर नहीं होगा।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कल से- महामंडलेश्वर फूल पुरी ने बताया कि 10 फरवरी से महोत्सव के कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। 10 से 19 फरवरी तक प्रतिदिन सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक यज्ञ होगा। मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का अभिजित मुहूर्त दोपहर साढ़े 12 से दोपहर डेढ़ बजे तक रहेगा। आरती का समय शाम साढ़े 6 बजे, सत्संग का समय शाम 8 बजे रहेगा। गौरतलब है कि 28 सालों के बाद ऊॅ आश्रम का सपना साकार हो रहा है। जाडन में 1995 से बन रहे देश के पहले ऊॅ आकार के चार मंजिला मंदिर में 108 पिलर्स पर 300 मूर्तियां लगाई गई हैं।
1008 शिव नाम की मूर्तियां भी है। 30 सालों से आश्रम का निर्माण कार्य जारी होने के साथ ही 500 से ज्यादा राजस्थान सहित पूरे देश के मजदूरों ने सेवा दी है। इनमें उड़ीसा और पिंडवाड़ा के शिल्पकारों की ओर से पत्थरों को तराशते हुए मूर्तियां भी परिसर में ही उकेरी गईं। आश्रम में स्कूल, वेदाश्रम, कॉलेज, गोशाला और अस्पताल का निर्माण भी है। डायरेक्टर डॉ. सुरेश गर्ग ने बताया कि वेदाश्रम में 21 बच्चे, स्कूल में 450 व महाविद्यालय में 375 बच्चे पढ़ रहे हैं। अनाथ और जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जा रही है।
मंदिर के शिखर की ध्वजा पर सोने की परत- 125 फीट की ऊंचाई पर बन रहे शिखर को तीन हिस्से में बनाया गया है। शिखर का निर्माण नागर शैली, वास्तु कला और स्थापत्य कला को ध्यान में रखते हुए करने के साथ ही मंदिर शिखर के ऊपर 11 फीट की वजनी ध्वजा चढ़ाई जाएगी। शिखर के ऊपर 11 फीट की विशाल ध्वजा पंच धातुओं के मिश्रण के साथ सोने की परत भी चढ़ी हुई है। ओम आश्रम के सचिव सुरेश घांची और डॉ सुरेश कुमार गर्ग ने बताया कि महोत्सव के तहत 9 दिन तक शिवमहापुराण कथा का आयोजन होगा। व्यासपीठासीन के स्वामी चिदम्बरानंद महाराज मुम्बई कथा का वाचन करेंगे। 10 से 18 फरवरी तक दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक कथा होगी। इसके तहत 10 फरवरी को पहले दिन कथा माहात्म्य, 11 को शिवलिंग प्रदुर्भाव, 12 को नारदजी मोह भंग कथा, 13 को भगवान शिव-पार्वती विवाह, 14 को गणेशजी का जन्मोत्सव, 15 को त्रिपुराशुर वध, भगवान रूद्र अवतारों की कथा, 16 को द्वादश ज्योतिर्लिंग का महात्म्य, 17 को भगवान श्रीकृष्ण द्वारा शिवजी की तपस्या व 18 फरवरी को कथा विश्राम होगी।