युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी: राजस्थान में बुधवार को 28 शहरों में होगी मॉक ड्रिल

मॉक ड्रिल
मॉक ड्रिल

जयपुर। राजस्थान के 28 शहरों में बुधवार यानी सात मई को युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी के लिए मॉक ड्रिल की जाएगी। यह मॉक ड्रिल केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर की जा रही है। इस अभ्यास का मकसद है लोगों को सतर्क करना और उन्हें यह समझाना कि युद्ध जैसी आपात स्थिति में किस तरह से सुरक्षित रहना चाहिए।राज्य के शहरों को वेदनशीलता के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा गया है।सबसे संवेदनशील श्रेणी में कोटा और रावतभाटा (चित्तौड़गढ़) को रखा गया है।दूसरी श्रेणी, जो कम संवेदनशील मानी गई है, उसमें जयपुर सहित 18 शहर शामिल हैं।तीसरी और सबसे कम संवेदनशील श्रेणी में आठ शहर शामिल किए गए हैं।ड्रिल के दौरान सायरन बजाए जाएंगे और ब्लैकआउट किया जाएगा यानी सभी लाइटें बंद करनी होंगी।सिटी कंट्रोल से हूटर बजते ही लोगों को अपने घर की लाइटें, मोबाइल की टॉर्च और सभी रोशनी बंद करनी होगी। सड़कों पर लगी रोड लाइट, हाईमास्ट, टोल लाइट आदि भी बंद की जाएंगी।

ड्रिल के जरिए लोगों को यह बताया जाएगा कि यदि अचानक हमला हो जाए, तो कैसे सुरक्षित स्थान पर जाएं, एक-दूसरे की मदद कैसे करें और अगर कोई घायल हो जाए तो तुरंत प्राथमिक उपचार कैसे दें।जोधपुर कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि एयर अटैक से बचाव के लिए यह ड्रिल की जा रही है। सिविल डिफेंस के 400 वॉलेंटियर को तैनात किया गया है। ये वॉलेंटियर लोगों को बताएंगे कि सायरन के समय क्या करना है और किस तरह से संयम बनाए रखना है।जोधपुर में सिविल डिफेंस की टीम ने शहर में लगे 18 इलेक्ट्रिक हूटर्स की टेस्टिंग शुरू कर दी है। इन हूटर्स का आखिरी बार कोरोना काल में उपयोग हुआ था।

ड्रिल के लिए अब तक कोई सटीक समय घोषित नहीं किया गया है, लेकिन यह जरूर बताया गया है कि अलग-अलग शहरों में ड्रिल अलग समय पर होगी।मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जयपुर में एक उच्चस्तरीय बैठक भी मंगलवार को आयोजित की जा रही है, जिसमें सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को जरूरी जानकारी दी जाएगी।राजस्थान के सरहदी इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि वे पिछली बार 1971 में इस तरह की गतिविधियों का हिस्सा बने थे।प्रशासन ने जनता से अपील की है कि इस मॉक ड्रिल से घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक अभ्यास है ताकि हम सभी किसी भी आपात स्थिति में सतर्क और तैयार रह सकें।