मंत्रिमंडल फेरबदल के संभावनाओं के बीच विधानसभा का सत्र बुलाने की तैयारी

मंत्रिमंडल फेरबदल की संभावनाओं के बीच विधानसभा का सत्र बुलाने की तैयारी चल रही है। सरकारी विभागों ने विधानसभा सत्र को देखते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं। कुछ नए विधेयक भी विधानसभा में पेश करने की तैयारी है।

संसदीय कार्य विभाग विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के पास भेज चुका है। अब मुख्यमंत्री के स्तर पर फैसला होने के बाद फाइल राजभवन भेजी जाएगी। इस बार के विधानसभा सत्र को अहम इसलिए भी माना जा रहा है, क्योंकि इससे पहले गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल होना है।

संसदीय प्रावधानों के मुताबिक छह माह में एक बार विधानसभा सदन की बैठक बुलाना अनिवार्य है। 19 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र में आखिरी बैठक थी। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुई थी। छह महीने के प्रावधान के हिसाब से 19 सितंबर से पहले विधानसभा सत्र बुलाना जरूरी है। सरकार में इसे लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। हालांकि अभी पुराने सत्र का भी सत्रावसान नहीं हुआ है।

विधानसभा सत्र की अभी तारीख तय नहीं है। विधानसभा सत्र से पहले गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल भी तय माना जा रहा है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों से फीडबैक लेकर दिल्ली जा चुके हैं।

दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान को माकन आज फीडबैक की पूरी रिपोर्ट दे सकते हैं। इसके बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल की कवायद शुरू हो जाएगी। अगस्त में कभी भी गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। अजय माकन कल कई मंत्रियों को हटाने के संकेत दे चुके हैं, कई वरिष्ठ मंत्रियों का हटाकर उन्हें संगठन के काम में लगाया जाएगा।

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