मन की बात 2.0 में बोले प्रधानमंत्री मोदी- यहां वहां थूकने की आदत छोड़नी होगी, जानिए प्रमुख बातें

मन की बात, mann ki baat
मन की बात, mann ki baat

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने ‘मन की बात 2.0’ की 11वीं कड़ी को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई सही मायने में जनता लड़ रही है और जनता के साथ मिलकर सरकार एवं प्रशासन इस महामारी से लड़ रहे हैं।

उन्‍होंने कहा कि देश का हर नागरिक इस लड़ाई में सिपाही है और वे लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने लोगों के इस संकल्प की सराहना की कि किस तरह से हर जगह पर लोग एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जरूरतमंदों के लिए भोजन की व्यवस्था करने से लेकर राशन की आपूर्ति एवं लॉकडाउन का पालन करने तक और अस्पतालों में समुचित व्यवस्था करने से लेकर देश में ही चिकित्सा उपकरण बनाने तक पूरा देश साथ-साथ आगे बढ़ रहा है।

मन की बात 2.0’ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई सही मायने में जनता लड़ रही है

उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अति-आत्मविश्वास के जाल में न फंसे और यह विचार न पालें कि यदि कोरोना अभी तक उनके शहर, गांव, गली या दफ्तर में नहीं पहुंचा है, तो वह अब पहुंचने वाला नहीं है। उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि ‘दो गज दूरी, बहुत है जरूरी’ हमारा मंत्र होना चाहिए और लोगों को दो गज की दूरी अवश्‍य बनाए रखनी चाहिए एवं खुद को स्वस्थ रखना चाहिए।

उन्‍होंने आगाह करते हुए कहा कि अति-उत्साह में, स्थानीय-स्तर पर या कहीं पर भी कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए और लोगों को हमेशा इसका ध्यान रखना ही होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कई सकारात्मक बदलाव व्यवस्थित रूप से लोगों की कार्य संस्कृति, जीवन शैली और दैनिक आदतों में अपना रास्ता बना रहे हैं।

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उन्‍होंने कहा कि मास्‍क अब सभ्य-समाज का प्रतीक बन जाएगा। यदि लोग स्‍वयं को और दूसरों को बीमारी से बचाना चाहते हैं, तो उन्हें मास्क लगाना होगा। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि लोग चेहरे को ढंकने के लिए गमछा या हल्का तौलिया उपयोग में लाएं।

उन्होंने लोगों से थूकने की आदत छोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि इससे न केवल बुनियादी स्वच्छता का स्तर बढ़ेगा, बल्कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में भी मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने देश भर के चिकित्सा सेवा कर्मियों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि डॉक्टर, नर्स, पैरा-मेडिकल स्टाफ, सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मी और इस तरह के सभी कर्मी ‘कोरोना मुक्त भारत’ सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हमें इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत है और हाल ही में जारी किया गया अध्यादेश इस दिशा में एक ठोस कदम है। अध्यादेश में कोरोना योद्धाओं को परेशान करने या चोट पहुंचाने अथवा उनके खिलाफ हिंसा करने वालों को कड़ी सजा देने का प्रावधान है।

मन की बात 2.0 में प्रधानमंत्री ने कहा यहां वहां थूकने की आदत छोड़नी होगी

उन्होंने कहा कि दुनिया भर के लोग भारत के आयुर्वेद एवं योग के महत्व और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में इनकी भूमिका पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। मोदी ने लोगों से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया।

प्रधानमंत्री ने स्‍मरण किया कि यह दिन इसके साथ ही प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव के जीवन का एक महत्वपूर्ण दिन है और यह भगवान बसवेश्वर कीजयंती भी है। उन्होंने कहा कि रमज़ान का पवित्र महीना शुरू हो गया है और लोगों को पहले से ज्यादा इबादत करनी चाहिए, ताकि ईद आने से पहले ही दुनिया कोरोना से मुक्त हो जाए और लोग उमंग एवं उत्साह के साथ ईद मना सकें।  

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मोदी ने लोगों से रमज़ान के दौरान स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया, क्योंकि सड़कों, बाजारों और मुहल्लों या कॉलोनियों में सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियमों का पालन करना अत्‍यंत आवश्‍यक है।