
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा तकनीकी क्रांति में मानव को केंद्र में रखने की जरूरत है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा, गरिमा और समानता के सिद्धांत वैश्विक दूरसंचार मानकों के केंद्र में होने चाहिए।
राष्ट्रीय राजधानी में इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (आईटीयू) की वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन स्टैंडर्डाइजेशन असेंबली (डब्ल्यूटीएसए) का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यहां तय किए गए मानक आने वाले समय में भविष्य निर्धारित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने समावेशन के साथ संतुलित नवाचार की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य किसी भी देश, समाज और इलाकों को डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन में पीछे नहीं छोड़ना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क के महत्व को स्वीकार करने का समय आ गया है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारा भविष्य तकनीकी और नैतिक रूप से मजबूत हो।