
राजसमन्द। समाज सेवा के क्षेत्र में सकारात्मक नवाचार के साथ आगे बढ़कर समाज सेवा में अपना योगदान दे सकते है। यह विचार पद्मश्री से सम्मानित श्यामसुन्दर पालीवाल ने नाथद्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मेनेजमेंट महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के अभिविन्यास कार्यक्रम में कहे। उन्होंने कहा कि समाज के लिए कल्याणकारी कार्य करने, निर्धन, गरीब, बेसहारा परिवारों की मदद, पर्यावरण को बेहतर बनाने की दिशा में नवाचारों के साथ काम करने की आवश्यकता है। पर्यावरण, वन्यजीव सुरक्षा, स्वच्छता के क्षेत्र व समाज हित में अच्छे मन से काम कर नए आयाम बनाए जा सकते है।
अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि आदर्श गांव पिपलांत्री को रोल मॉडल बनने का सफर आसान नहीं था। अनेकों कठिनाइयों को पार कर इस सफलता को प्राप्त किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जल, जमीन और वन्यजीव संरक्षण की बात कही। उन्होंने सभी से पर्यावरण संरक्षणार्थ सहयोग करने की अपील भी की।
उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि समाज सेवा की दिशा में जिसमें इंजीनियरिंग, कृषि के क्षेत्र में नवाचार कर अपना दायित्व निभाए। डॉ. चक्रपाणी उपाध्याय ने कहा कि सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े और समाज सेवा में भागीदारी सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम करे और दूसरों को भी प्रोत्साहित करे। राष्ट्रीय सेवा योजना के इतिहास एवं उनके कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सेवा का जज्बा रखने वाले मानव ही लोक कल्याण का कार्य कर सकते हैं।
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