
अधिकारी नदारद, गंदगी के ढेर और अटके हुए भुगतान पर लोगों ने जताया रोष
भरतपुर। रूपवास कस्बे में फैली अव्यवस्था और नगर पालिका की लापरवाही के खिलाफ गुरुवार को लोगों का गुस्सा सड़कों पर नजर आया। नाराज नागरिकों ने नगर पालिका कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कस्बे में साफ-सफाई बदहाल है, सड़कों और गलियों में कचरे के ढेर लगे हैं और जब लोग अपनी समस्याएं लेकर नगर पालिका पहुंचते हैं, तो वहां कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं होता।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जब वे अपने व्यक्तिगत या सार्वजनिक कार्यों को लेकर नगर पालिका पहुंचते हैं, तो वहां या तो ताले लटके होते हैं या फिर अधिकारी-कर्मचारी गायब रहते हैं। जिससे आमजन को बार-बार चक्कर लगाने पड़ते हैं।
स्थानीय निवासी प्रशांत बंसल ने बताया, “रूपवास नगर पालिका की स्थिति बेहद चिंताजनक हो चुकी है। सफाई व्यवस्था ठप है, बाजारों में बने सार्वजनिक शौचालय गंदगी से पटे हैं और पूरे कस्बे में बदबू का आलम है। अधिकारी कार्यालय से नदारद रहते हैं और जनता की समस्याएं अनसुनी हो रही हैं।”
केवल आमजन ही नहीं, बल्कि नगर पालिका के लिए कार्य कर चुके ठेकेदार भी परेशान हैं। रघुवीर कुशवाहा, जो नगर पालिका में ठेकेदारी करते हैं, ने बताया, “पिछले दो साल से मेरा भुगतान रुका हुआ है। कई बार निवेदन कर चुका हूं लेकिन हर बार टालने वाला जवाब मिलता है। मेरी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। जब भी नगर पालिका जाता हूं, वहां कोई अधिकारी नहीं मिलता।”