
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में वन और पर्यावरण विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान वन मंत्री संजय शर्मा की तबीयत बिगड़ गई। पहले उनका गला सूखने लगा, जिसके बाद उन्होंने पानी मांगा। पानी पीने के बाद एक घोषणा करने के बाद उन्होंने स्पीकर से कहा कि तबीयत सही नहीं है और आगे का जवाब टेबल कर दिया।
वन राज्यमंत्री संजय शर्मा की अचानक तबीयत बिगड़ी
वन मंत्री संजय शर्मा अनुदान मांगों पर जवाब दे रहे थे।गला सूखने की वजह से उन्होंने पानी मांगा और कुछ देर बैठे रहे।पानी पीने के बाद उन्होंने एक घोषणा की, लेकिन फिर अपनी तबीयत खराब होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तबीयत ठीक नहीं है, मैं आगे का जवाब टेबल कर देता हूं।”इसके बाद वे बाकी घोषणाएं किए बिना बैठ गए।
विधानसभा की कार्यवाही स्थगित
वन और पर्यावरण की अनुदान मांगों को पारित किया गया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सदन की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित कर दी।
माहौल हुआ तनावपूर्ण, नेता प्रतिपक्ष का हस्तक्षेप
इससे पहले सदन में अनुदान मांगों पर बहस के दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया। जब विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को बहस का जवाब देने के लिए कहा तो नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आपत्ति जताई। टीकाराम जूली ने कहा कि तीन विधायक अब तक बोल नहीं पाए हैं और उन्हें दो-दो मिनट का समय दिया जाना चाहिए। उन्होंने तर्क दिया कि मंत्री का जवाब बाद में भी दिया जा सकता है। वन मंत्री संजय शर्मा की तबीयत बिगड़ने के चलते अनुदान मांगों पर बहस को अधूरा छोड़ना पड़ा। सदन में पहले ही माहौल गरम था, लेकिन अंततः कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। अब देखना होगा कि मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही में यह बहस कैसे आगे बढ़ती है।