
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सरकार बदलने के साथ ही योजनाओं पर होने वाली कार्रवाई पर सवाल उठाया है। गहलोत ने कहा कि जब भी सरकार बदलती है तो उसके बाद न केवल उन योजनाओं को बंद किया जाता है, बल्कि उनमें कमियां ढूंढ कर मुकदमे दर्ज किए जाते हैं। मेरे खिलाफ भी पिछली बार 108 एंबुलेंस मामले में केस दर्ज किया गया। यही वजह है कि अधिकारी अब कोई काम करने में भी डरते हैं।
मुकदमे दर्ज होने से डर हो जाता है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह सही है कि सरकार जिस मंशा के साथ योजनाओं को गति देना चाहती है, उसमें अधिकारी सहयोग नहीं करते हैं। गहलोत ने कहा कि जब भी सरकार बदलती है तो न केवल योजनाओं को बंद किया जाता है, बल्कि मुकदमे भी दर्ज कराए जाते हैं। पिछली बार भाजपा की सरकार बनी तो कई योजनाओं को बंद कर दिया गया और कई योजनाओं में मुकदमे भी दर्ज किए गए। मंत्रियों के खिलाफ और यहां तक कि मेरे के खिलाफ भी 108 एंबुलेंस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया। इस तरह से सरकार बदलने के साथ ही जो मुकदमे दर्ज करने की प्रवृत्ति है उससे अधिकारियों में डर बन गया है। अधिकारियों को लगता है कि कहीं कुछ कमी रह गई तो आने वाली सरकार उन पर मामला दर्ज करा देगी, जिससे वे काम करने से ही पीछे हट जाते हैं।
बयान को तोड़ मरोड़ का पेश किया
गहलोत ने कहा कि प्रदेश की सियासत में जो कुछ चल रहा है उसको मीडिया में कई तरह से तोड़मरोड़ कर पेश किया है। मैंने पहले भी कहा है कि जो राजनीति में होता है, वह दिखता नहीं और जो दिखता है वह कभी होता नहीं। गहलोत ने कहा कि जो बोला जाता है उसे उस तरह से नहीं बल्कि कांट छांट कर दिखाया जाता है। मैंने बयान दिया कि मैं कहीं भी रहूं, लेकिन राजस्थान जोधपुर और जहां मेरा जन्म हुआ उस गांव से मेरा लगाव हमेशा रहेगा और मैं उसके लिए काम करता रहूंगा। मीडिया ने मैं कहीं भी रहूं शब्द को तो काट दिया और राजस्थान से और जोधपुर से मेरा लगाव हमेशा रहेगा और मैं काम करता रहूंगा, यह बयान दिखा दिया। इस तरह से भ्रम की स्थिति पैदा की जाती है, जो कि ठीक नहीं है। मीडिया पर आज भी लोग भरोसा करते हैं और उसे इस भरोसे को बनाए रखने की भी जरूरत है।
अडानी नियमों में काम करे तो दिक्कत नहीं
7 और 8 अक्टूबर को राजस्थान में इन्वेस्ट समिट होने जा रहा है। इस समिट में अडानी समूह सहित कई उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया है। अडानी ग्रुप को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कई बार आरोप लगाते रहे हैं। ऐसे में जब उनसे पूछा गया कि आप तो हमेशा अडानी ग्रुप पर आरोप लगाते रहे हैं, फिर आपके राजस्थान इन्वेस्ट समिट में अडानी समूह को क्यों आमंत्रित किया गया? इस पर उन्होंने कहा कि अगर नियम-कायदों के तहत अडानी काम करते हैं तो हमें उनसे कोई दिक्कत नहीं है। दिक्कत तब होती है जब आप नियमों के विपरीत जाकर लाभ लेते हैं।