
जयपुर। वृंदावन के दिल में, जहां भक्ति की आवाज़ें सदा बजती हैं, प्योर डिवोशन फाउंडेशन, जिसे आध्यात्मिक गुरु एचजी सुंदर गोपाल प्रभु द्वारा स्थापित किया गया है, कृपा और आशा का प्रतीक है। छोड़ी गई माओं के जीवन को परिवर्तित करने के समर्पित, यह फाउंडेशन न केवल तत्काल आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास करता है, बल्कि इन महिलाओं के लिए एक सामर्थ्यवर्धक भविष्य भी सुनिश्चित करने का संकल्प भी रखता है।
COVID-19 महामारी के कठिन समयों में, फाउंडेशन एक जीवन रेखा के रूप में सामने आया, साधुओं और विधवाओं को पौष्टिक भोजन प्रदान करते हुए। आज, उनका मिशन दृढ़ संकल्प के साथ जारी है, हजारों विधवाओं को मासिक किराना और आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करते हुए। हर सर्दी में, फाउंडेशन कंबल और मच्छर जाल वितरित करता है, जिससे ये महिलाएँ कठिन तत्वों से बची रह सकें।
फाउंडेशन के प्रयास आपदाओं के दौरान भी बढ़ते हैं। हाल ही में वृंदावन में आई बाढ़ के दौरान, उन्होंने प्रभावित लोगों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की। इसके अलावा, वे हमेशा माताओं को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएँ सुनिश्चित करते हैं, जिससे उनका स्वास्थ्य और कल्याण सुरक्षित रहता है।
आगे की दिशा में, फाउंडेशन एक नया आश्रय घर बना रहा है, जो इन महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और मर्यादित आवास प्रदान करेगा। यह आश्रय न केवल आवास प्रदान करेगा, बल्कि विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से सशक्तिकरण भी करेगा।
23 जून, 2024 को, होटल नोवोटेल कॉन्वेंशन सेंटर में एक विशेष कार्यक्रम “मातृ: महिलाओं का सम्मान” का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें वृंदावन की छोड़ी गई माओं और एचजी सुंदर गोपाल प्रभु भी शामिल होंगे। इस उत्सव में हमारे मुख्य अतिथि, राजस्थान की उप मुख्यमंत्री, राजकुमारी दिया कुमारी, भी उपस्थित होंगी। यह एक सुनहरा मौका होगा जिसके जरिए उन्हें माताओं की दुःखभारी स्थिति के करीब से देखने का।
प्योर डिवोशन फाउंडेशन की समग्र दृष्टिकोण से यह विशिष्ट बनाती है। कौशल विकास शिविर और समुदाय के साथ मिलकर उन्हें उनकी आत्मसम्मान और स्वतंत्रता को पुनः प्राप्त करने की सामर्थ्य देने के माध्यम से, यह महिलाएं समर्थ होती हैं। यह फाउंडेशन दयालुता की परिवर्तक शक्ति का प्रमाण है, जो समर्पित सेवा और भावुक प्रयासों से समाज के अंधेरे कोनों को भी प्रकाशित कर सकता है।