राजस्थान सरकार और पुलिस नशा तस्करी रोकने में गंभीर नहीं : अशोक गहलोत

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में बढ़ती नशा तस्करी और पुलिस की भूमिका को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहाकि राजस्थान सरकार और पुलिस नशा तस्करी को रोकने के लिए बिल्कुल गंभीर नहीं है। यदि कोई आम नागरिक पुलिस पर भरोसा कर सूचना देता है और वहीं से सूचना लीक हो जाती है, जिससे मुखबिर पर हमला होता है, तो फिर कोई नागरिक पुलिस और सरकार पर क्यों भरोसा करेगा? गहलोत ने श्रीकरणपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस को नशा तस्करी की सूचना लीक होने के कारण मुखबिर पर हमला हुआ, जो एक गंभीर मामला है। यह घटना पुलिस और नशा तस्करों की मिलीभगत की ओर इशारा करती है और इससे आम जनता में भय व्याप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह नशा तस्करों द्वारा आमजन में दहशत फैलाने की साजिश है, ताकि कोई भी उनके खिलाफ बोलने या शिकायत करने की हिम्मत न करे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन नशा तस्करों के खिलाफ गंभीर कार्रवाई नहीं करता है, तो जनता का विश्वास खत्म हो जाएगा। उन्होंने राजस्थान सरकार और पुलिस प्रशासन से श्रीकरणपुर मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की ताकि जनता का विश्वास बहाल हो और गैर-कानूनी गतिविधियों पर लगाम लग सके। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में नशा तस्करी लगातार बढ़ रही है, लेकिन सरकार और पुलिस इस पर सख्ती से कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने पुलिस तंत्र में सुधार करने और भ्रष्टाचार को खत्म करने की मांग की ताकि नशा तस्करी जैसी गंभीर समस्याओं पर नियंत्रण पाया जा सके।

उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है और अगर आम जनता को सुरक्षा का भरोसा नहीं रहेगा तो अपराध और नशा तस्करी को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने सरकार से पुलिस विभाग की जवाबदेही तय करने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की अपील की ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अशोक गहलोत ने आम जनता से भी अपील की कि वे नशा तस्करी के खिलाफ आवाज उठाएं और पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाएं ताकि राज्य में नशा मुक्त समाज की स्थापना हो सके। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते इस पर लगाम नहीं लगाई गई, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।