राजस्थान पुलिस ने बागी विधायकों का पता लगाने के लिए हरियाणा पुलिस को लिख चिट्ठी

जयपुर। राजस्थान में सियासी घमासान का आज 12वां दिन है। कांग्रेस के बागी विधायकों की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है। इस बीच, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आगे की रणनीति के लिए विधायकों और मंत्रियों से फेयरमोंट होटल में चर्चा करेंगे। बैठक का समय तय नहीं है। बताया जा रहा है कि बैठक में विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर भी चर्चा की जाएगी।

उधर, राजस्थान के डीजीपी भूपेंद्र यादव ने हरियाणा के डीजीपी और दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है। इसमें कहा गया है कि वे राज्य सरकार को गिराने के मामले में जांच कर रहे एसओजी को सहयोग करें।

दरअसल, फोन टैपिंग के मामले में कांग्रेस के आरोपी विधायकों से पूछताछ के लिए एसओजी दो बार हरियाणा के मानेसर और दिल्ली-एनसीआर की होटल पहुंची, लेकिन उसे कोई नहीं मिला। 17 जुलाई को टीम हरियाणा के मानेसर स्थित होटल में पहुंची थी।

तब हरियाणा पुलिस ने रोक दिया था। करीब एक घंटे बाद एंट्री मिली तब तक पायलट खेमा नदारद हो गया था। हालांकि, एसओजी ने कहा था कि विधायकों को हम जल्द ही ढूंढ लेंगे।

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फोन टैपिंग पर केंद्र को आज जवाब देगी राज्य सरकार

प्रदेश में फोन टैपिंग मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मांगी गई रिपोर्ट पर राज्य सरकार मंगलवार को जवाब भेज सकती है। शनिवार को केंद्र ने राज्य सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। नोटिस में कहा गया था कि गृह मंत्रालय को यह शिकायत मिली है कि राज्य सरकार ने संजय जैन नाम के किसी व्यक्ति का फोन टेप किया है।

यह नियमों के खिलाफ है। ऐसे में राज्य सरकार स्पष्ट करे कि किन नियमों के तहत फोन टैपिंग की गई। गृह विभाग की ओर से इस मामले में मंगलवार को मुख्य सचिव को रिपोर्ट सौंपी जा सकती है। इसके बाद इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा।

क्या था फोन टैपिंग का मामला

विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े तीन ऑडियो क्लिप सामने आए हैं। पुलिस के मुताबिक इनमें संजय जैन, गजेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा की आवाज है। इनके खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने केस दर्ज किया है।

संजय जैन को एसओजी ने चार दिन के लिए पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है। उधर, इस मामले में गिरफ्तार अशोक सिंह और भरत मलानी भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। विधायक भंवरलाल शर्मा तक एसओजी पहुंच नहीं पाई है।