
जयपुर। राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच मंगलवार को सचिन पायलट को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद उनके समर्थक उग्र हो गए हैं। अलवर जिले के बानसूर में गुर्जर समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और स्थानीय विधायक शकुंतला रावत का पुतला फूंका। वहीं दौसा जिले में भी प्रदर्शन किया गया। प्रदेश के गुर्जर बहुल इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
मंत्री ममता भूपेश का पुतला फूंका
दौसा जिले में सचिन पायलट के समर्थक सड़क पर उतर आए और सिकराय से विधायक मंत्री ममता भूपेश का पुतला फूंका। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच वर्चस्व की लड़ाई में ममता भूपेश ने सीएम गहलोत को समर्थन दिया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सचिन पायलट के समर्थन के चलते ही ममता भूपेश विधायक बनीं थीं।
दौसा, अजमेर, भीलवाड़ा, धौलपुर सहित कई इलाकों में हाईअलर्ट
सरकार ने स्थिति को भांपते हुए और किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए गुर्जर बाहुल्य इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया है। दौसा, अजमेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, भरतपुर समेत कई जिलों में चौकसी बड़ा दी गई है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
हमारे नेता के साथ नाइंसाफी हुई- सेवादल के उपाध्यक्ष संजय शेखावत
वहीं सेवादल के उपाध्यक्ष संजय शेखावत ने कहा कि पायलट को पदों से हटाये जाने से उनके समर्थकों में जबरदस्त आक्रोश। इसके साथ उन्होंने कहा की हमारे नेता के साथ नाइंसाफी हुई है। ईंट से ईंट बजा देंगे। गहलोत ने युवाओं के साथ धोखा किया है। राजस्थान की राजनीति एक व्यक्ति पर केद्रित हो गई है। हम कहां जाएंगे। ये सिर्फ अपने बेटों के लिए रस्ते खोल रहे हैं।
सचिन पायलट के क्षेत्र टोंक में निराशा
सचिन पायलट के क्षेत्र टोंक जिले में भी निराशा देखने के लिए मिली। यहां प्रदेश कांग्रेस सदस्य सऊद सईदी ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं, टोंक में रेल लाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष अकबर खान ने ट्वीट कर सचिन पायलट से कहा, की मैं और मेरे पूरे लोग दलबल के निर्णय में आपके साथ हैं।