
बीकानेर एवं राजस्थानी भाषा के लिए मैं हमेशा तत्पर रहूंगा: पंकज ओझा
जलतेदीप, जयपुर। राजस्थानी मोट्यार परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न मांगों को लेकर ड्युश बैंक ऑफ अमेरिका के प्रेसिडेंट पंकज ओझा से उनके गंगाशहर निवास पर मुलाकात की। पंकज ओझा ने विश्वास दिलाया की वह राजस्थानी भाषा की मान्यता, राजभाषा, संवर्धन एवं विकास के इस आन्दोलन के लिए मैं हमेशा तन-मन-धन से आपके साथ हूं। बीकानेर एवं राजस्थानी भाषा के लिए मैं हमेशा तत्पर रहूंगा।
ओझा से मिल ये मांगें रखीं
मोट्यार परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थानी भाषा को मान्यता एवं प्रदेश की राजभाषा बनाने, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में स्थाई विभाग खुलवाने, विभिन्न स्कूलों एवं कॉलेजों में अधिक से अधिक राजस्थानी विषय खुलवाने, स्कूल व्याख्याता भर्ती में राजस्थानी विषय की अधिकतम पदों की भर्ती निकलवाने, नईं शिक्षा नीति के तहत प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा राजस्थानी में लागू करवाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर पंकज ओझा से मुलाकात की।

ओझा को ड्युश बैंक ऑफ अमेरिका का प्रेजिडेंट बनने पर दी बधाई
प्रतिनिधिमंडल ने पंकज ओझा को ड्युश बैंक ऑफ अमेरिका का प्रेजिडेंट बनने की बधाई देकर आदर-सत्कार किया। ओझा ने मोट्यार परिषद की सभी मांगों को संबंधित विभाग एवं सरकार तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया।
बीकानेर के विकास के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं पंकज ओझा
ड्युश बैंक ऑफ अमेरिका के प्रेसिडेंट, बीकानेर के लाडले पंकज ओझा अभी अमेरिका से बीकानेर की पावन धरा पर प्रवास कर रहे हैं, ओझा बीकानेर के विकास की योजनाओं के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं, उन्होंने बीकानेर के विकास एवं यहां के युवाओं को अधिकतम रोजगार दिलाने के लिए कईं कार्य करवाए हैं, बीकानेर का विकास ही उनका सबसे बड़ा सपना है। बीकानेर सहित प्रदेश एवं देश के कईं युवाओं को देश एवं विदेश में मनचाही नौकरियां लगाई है। पंकज ओझा को अंग्रेजी एवं हिन्दी भाषा के साथ अपनी मातृभाषा राजस्थानी से खूब लगाव है एवं राजस्थानी भाषा की मान्यता एवं प्रदेश की राजभाषा बनाने के लिए आपने हमेशा भरसक प्रयास किए हैं, राजस्थानी भाषा की मान्यता एवं प्रदेश की राजभाषा बनाने के लिए आप सोशल मीडिया पर हमेशा सक्रिय रहते हैं एवं इसके लिए आपने कईं ट्विटर अभियान चलाए हैं। राजस्थानी भाषा को लेकर विभिन्न राजनेताओं एवं संगठनों से मुलाकात कर इस और ध्यान आकर्षित करवाया है।
प्रतिनिधिमंडल में ये लोग थे शामिल
इस प्रतिनिधिमंडल में डॉ. नमामीशंकर आचार्य, एडवोकेट राजेश कड़वासरा, कैलाश जनागल, राजेश चौधरी, प्रशान्त जैन, रामोवतार उपाध्याय, एडवोकेट हिमांशु टॉक, कमलकिशोर मारू आदि शामिल थे।
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