कमिश्नरेट कार्यालय में राजस्थान का पहला साइबर सपोर्ट सेंटर किया शुरू

कमिश्नरेट कार्यालय
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जयपुर। साइबर सुरक्षा को सुदृढ़ करने सहित ऑनलाइन खतरों की बढती चुनौतियों को निपटने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय में शनिवार से राजस्थान का पहला साइबर सपोर्ट सेंटर शुरू किया गया है। इस सेंटर में साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों की मदद की जाएगी। वहीं साइबर अपराध से कई बार महिलाएं और बच्चे परेशान होकर अवसाद में चले जाते हैं। ऐसे में यह सेंटर इस तरह के पीड़ितों की काउंसलिंग करने में मदद करेगा। साथ ही ट्रोमा से बाहर निकालने में मददगार साबित होगा।

राजस्थान पुलिस महानिदेशक यू आर साहू, पुलिस महानिदेशक साइबर (अपराध) हेमंत प्रियदर्शी ने इस सेंटर की शुरुआत की है। यह सेन्टर मुम्बई स्थित एनजीओ रेस्पोंसिबल नेटिजन्स द्वारा संचालित किया जाएगा और कोगटा फाउंडेशन इसमें आर्थिक सहयोग करेगा। यह सेंटर ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए लोगों को मुकाबला करने, साइबर अपराधों के पीड़ितों को तत्काल सहायता प्रदान करने और साइबर सेफ जयपुर अभियान के अंतर्गत साइबर वेलनेस को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया है।

साइबर क्राइम और उससे जुड़े आंकड़ों पर काम कर रही टीम ने बताया कि साइबर स्पेस का उपयोग करने वाले तीन में से एक बच्चे को ऑनलाइन बुलिंग का सामना करना पड़ता है। 70 प्रतिशत बच्चों को साइबर खतरों का हर स्टेज पर सामना करना पड़ा है। साइबर अपराध के 30 प्रतिशत मामले महिलाओं को लक्षित करते हैं। एनसीआरबी. के आंकड़ों के अनुसार फाइनेंस साइबर अपराध के मामलों में 24.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। अकेले साइबर धोखाधड़ी के कारण 2024 में 2054 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ।